गोपालगंज : रक्षाबंधन पर्व को लेकर बाजार में चहल -पहल बढ़ गयी है. रक्षाबंधन में महज दो दिन रह गये हैं. शहर के चौक -चौराहों व ग्रामीण इलाकों में भी राखी की कई दुकानें खुल गयीं हैं.
दुकानदारों ने दुकानों को भी आकर्षक ढंग से सजा रखा है. शाम होते ही दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ जुट रही है. इस बार चाइनीज राखियों से पूरा बाजार पट गया है. दिल्ली व कोलकाता की राखियां मंगायी गयी है.अपने भाइयों के पास राखी भेजने के लिए बहनों द्वारा राखियां खरीदी जा रही है.
दुकानदारों का कहना है कि जैसे-जैसे रक्षाबंधन पर्व की तिथि नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे इसकी खरीदारी तेज हो रही है. हालांकि पिछले साल की तुलना में इस बार राखी बनाने के सामान फोम, जड़ी, धागा व सीप आदि की कीमत में इजाफा हुआ है. इस कारण राखी की कीमत भी बढ़ गयी है, फिर भी लोग अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार राखी की खरीदारी कर रहे हैं.
शहर के थावे, सासामुसा, कटेया, फुलवरिया, भोरे, कुचायकोट व बैकुंठपुर आदि जगहों पर राखी की दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है. राखी 10 अगस्त को है. शहर के कारोबारी संजय गुप्त , महेश मोदनवाल, मुकेश कुमार व दिनेश वर्णवाल आदि ने बताया कि इस बार हर वर्ग की पहुंच को ध्यान में रख कर राखियां मंगायी गयी हैं .चाइनीज राखियों से पूरा बाजार पट गया है.
इस तरह की राखी की मांग बढ़ गयी है. लोग इसे पसंद कर रहे हैं. शहर में रक्षाबंधन के करीब आते ही थोक से लेकर फुटकर तक राखियों की बड़ी रेंज बिक्री के लिए उपलब्ध है. छोटा व बड़ा भीम, कड़ा, पत्तीवाली व बच्चों के लिए आकर्षक डिजाइन की राखियां बाजार में बिक रही है. राखी विक्रेता हाफिज आरिफ शकील कहते हैं कि राखियों के बाजार में 60 फीसदी पर चाइनीज का कब्जा है.