अभी कुछ दिनों पहले मेरा पूर्व निर्धारित कार्यक्र म के अनुसार नयी दिल्ली जाना हुआ. यात्रा के लिए जाने और वापसी दोनों तरफ के आरक्षित टिकट को हमने रेल का किराया बढ़ने के पूर्व ही आइआरसीटीसी की वेबसाइट से प्राप्त किया था.
यात्रा के दौरान टिकट परीक्षक ने बढ़े हुए किराये की राशि की पर्ची मेरे हाथ में थमा दी. मेरे ये पूछने पर की अगर रेल किराया बढ़ाने की जगह किराये में कमी की जाती, तो क्या यात्रियों को घटी हुई राशि का अंतर ऐसे ही वापस भी किया जाता, इस पर टिकट परीक्षक साहब निरुत्तर थे. रेलवे की बेहतरी के लिए रेल का किराया बढ़ाने पर हमें कोई आपत्ति नहीं है, सरकार समय दर समय किराया में बढ़ोतरी करती ही है, लेकिन इस तरह पूर्व में क्रय किये गये आरक्षित टिकटों पर बढ़े हुए किराये की राशि वसूलना पूर्णतया अनुचित है.
रीतेश सहाय, रांची