वान ने एंडरसन को उकसाया,कहा,भारत पर छींटाकशी जारी रखो
नयी दिल्ली: भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम को एंडरसन और जडेजा विवाद को भूलकर खेल पर ध्यान देने की सलाह दी है.गावस्करसे जब जडेजा और एंडरसन विवाद पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत को जेम्स एंडरसन मामले को भूलकर अब इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में शुरु होने वाले चौथे टेस्ट मैच पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
गावस्कर ने कहा, मेरा हमेशा विश्वास रहा है कि मैदान पर बल्ले और गेंद से जवाब देना चाहिए. मुझे लगता है कि जो कुछ हुआ वह मामला अब समाप्त हो गया है. मैं नहीं मानता कि हमें अब उसे लेकर आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा, आखिरी दो मैचों के लिये नया मैच रेफरी होगा और यदि रंजन मदुगले क्रिकेट के खेल के साथ न्याय कर सकते हैं और खिलाडियों को स्पष्ट कर देते हैं कि इस मैच के बाद मैदान पर कोई भी छींटाकशी नहीं चलेगी तो फिर इससे एंडरसन और अन्य खिलाडियों को आभास हो जाना चाहिए कि वे सीमा रेखा का उल्लंघन नहीं कर सकते.
गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, जो बीत गया उसे भूल जाओ और भविष्य पर ध्यान दो. मैं जानता हूं कि भारत उसे भूल जाएगा. अच्छे खिलाड़ी यही करते हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि धौनी और उनकी टीम अगले टेस्ट पर ध्यान देगी. गावस्कर ने इसके साथ ही कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को सत्र दर सत्र खेलने पर ध्यान देना चाहिए.
उन्होंने कहा, मैनचेस्टर में जहां तक संभव हो गेंद को देर से खेलना चाहिए क्योंकि इंग्लैंड में गेंद मूव करती है और हमारे बल्लेबाज उस गेंद को पुश कर रहे हैं जो उन्हें छोडनी चाहिए. मेरा मानना है कि बल्लेबाजों 30 या 50 रन बनाने के बजाय एक सत्र में खेलने की मानसिकता को लेकर क्रीज पर उतरना चाहिए.
गावस्कर से पूछा गया कि क्या भारत को आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल करना चाहिए, उन्होंने कहा, हमें सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी विकल्पों के साथ उतरना चाहिए. जब अन्य टीमें भारत आती हैं तो वे इसलिए स्पिनरों को नहीं चुनती क्योंकि भारतीय पिचें टर्न लेती हैं, वे ऐसे गेंदबाजों का चयन करती हैं जो 20 विकेट ले सकें और भारत को भी यही करना चाहिए.
उन्होंने कहा, अश्विन अच्छी बल्लेबाजी भी कर लेता है. यह नहीं भूलना चाहिए कि उसने टेस्ट मैचों में दो शतक लगाये हैं. मुझे नहीं लगता कि उसके आने से टीम कमजोर होगी. गेंदबाजी को उससे मजबूती मिलेगी. गावस्कर ने कहा, भुवनेश्वर कुमार की बात करें तो यदि वह फिट नहीं होता है तो फिर टीम में अतिरिक्त गेंदबाज रखने का मतलब बनता है क्योंकि भारत को 20 विकेट लेने होंगे.
पिछले मैच में भारत ने इंग्लैंड को बडा स्कोर खड़ा करने का मौका दिया था. गावस्कर से पूछा गया कि क्या वरुण आरोन को टीम में रखा जाना चाहिए, उन्होंने कहा, यदि भुवनेश्वर फिट नहीं होता तो आरोन को लिया जा सकता है. वह अतिरिक्त तेजी लाएगा तथा पंकज सिंह और मोहम्मद शमी टीम में होंगे. इसलिए इससे अंतर पैदा हो सकता है.