साक्ष्य मिटाने व पुलिस को गुमराह करने का आरोप
डुमरी/इसरी बाजार : निमियाघाट पुलिस ने रोशनाटुंड़ा के चर्चित नीलम हत्याकांड में साक्ष्य मिटाने, साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ करने व पुलिस को गुमराह करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर सोमवार को गिरिडीह जेल भेज दिया है.
ज्ञात हो कि 22 मई की रात रोशनाटुड़ा निवासी प्रदीप वर्णवाल की पुत्री का शव घर से कुछ दूरी पर रेलवे लाइन पर फेंका मिला था. सुबह होने पर कुछ गांव वालों के कथित दबाव में परिजनों ने शव को गांव से करीब तीन किमी दूर जमुनिया नदी के किनारे दफन कर दिया था. बाद में मृतका के पिता ने निमियाघाट थाना में आवेदन देकर अपनी पुत्री की हत्या का मामला दर्ज कराया था.
इस मामले ने क्षेत्र में काफी तूल पकड़ा था. इस मामले को लेकर निमियाघाट थाना का घेराव, मशाल जुलूस व डुमरी-इसरी बंद आदि कार्यक्रम भी आयोजित किये गये थे. निमियाघाट पुलिस की भूमिका को लेकर कई सवाल भी उठे थे. यही कारण है कि आइजी ने इस मामले की जांच का जिम्मा थाना प्रभारी से लेकर डुमरी के पुलिस इंस्पेक्टर को सौंपा.
पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में साक्ष्य मिटाने, साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ करने व पुलिस को गुमराह करने के आरोप में आज मृतका के चचेरे भाई धीरज वर्णवाल व गांव के ही गिरधारी पंडित को गिरफ्तार कर गिरिडीह जेल भेज दिया है, लेकिन पुलिस सवा दो माह बीत जाने के बाद भी नीलम हत्याकांड का उद्भेदन करने में असफल रही है.