मुजफ्फरपुर: पुलिस केंद्र में तैनात दारोगा शशि रंजन प्रसाद के घर से सरकारी पिस्टल चोरी मामले में उनकी लापरवाही सामने आयी है. जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि घर जब बंद था, तो सरकारी पिस्टल को घर में छोड़ कर जाना नहीं चाहिए था.
सरकारी पिस्टल को हर समय साथ रखने का प्रावधान है. यहीं नहीं, अगर छुट्टी या दूसरे जगह जाना था तो कोत में सरकारी हथियार को जमा करना चाहिए था. एसएसपी का भी कहना था कि प्रारंभिक जांच में उनकी लापरवाही सामने आयी है. इस कारण पर उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. दारोगा ने सरकारी नियमों का ही उल्लंघन नहीं किया है, बल्कि घोर लापरवाही बरती है. उनके मोबाइल का भी टावर लोकेशन लिया जा रहा है कि वे शनिवार की रात श्रवणी मेला की डयूटी पर थे या कहीं और थे. पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है.
घर से परिचित था पिस्टल चोर
दारोगा का पिस्टल चोरी करने वाला चोर उसके घर से परिचित था. जांच में यह मामला सामने आया है कि चोरी के दौरान घर का ताला नहीं तोड़ा गया है, बल्कि ताला को खोल कर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है. यहीं नहीं, घर के अंदर घुसने पर चोरों ने कमरे में रखे ब्रीफकेस को पहले खोला. कमरे में रखे पलंग पर ब्रीफकेस खोल कर सारा सामान बिखेर दिया गया था. ब्रीफकेस खोलने पर कमरे में रखी आलमारी की चाबी चोरों के हाथ लग गयी. उस चाबी से आलमारी खोल कर पिस्टल , कारतूस व आभूषण की चोरी की गयी है. बताया जाता है कि जिस मकान में शशि रंजन प्रसाद रहते है, उस मकान में कई किरायेदार है, जिसमें ज्यादातर छात्र है. पुलिस उन सभी से भी पूछताछ कर सकती है.
एफएसएल टीम करेगी जांच
दारोगा शशिरंजन प्रसाद का सरकारी पिस्टल चोरी मामले में सोमवार को एफएसएल टीम जांच करेगी. पुलिस को आशंका है कि घटनास्थल से चोर के फिंगर प्रिंट के निशान मिल सकते है. नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि संभव है कि एफएसएल की जांच में कोई सुराग मिले,जिससे पिस्टल की बरामदगी हो सके. इधर, नगर डीएसपी के समक्ष शशि रंजन से पूछताछ की गयी. उसने बताया कि वह परिवार के साथ मकान में रहता है. लेकिन इन दिनों उसका परिवार दरभंगा गया हुआ था. वह घर में अकेले थे. शनिवार को श्रवणी मेला की डयूटी पर तैनात थे.
श्वान दस्ते ने की जांच : दारोगा के सरकारी पिस्टल की चोरी की जानकारी होते हुए पुलिस महकमे में खलबली मच गयी. आनन-फानन में अहियापुर पुलिस के अलावा नगर डीएसपी को मौके पर भेजा गया. घटनास्थल पर पुलिस लाइन से श्वान दस्ते से भी जांच करायी गयी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला सका. जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों का कहना था कि घटनास्थल पर कोई ऐसा सामान बरामद नहीं हुआ है, जिससे श्वान दस्ते को मदद मिलती .