पटना: जोनल आइजी कुंदन कृष्णन ने कंकड़बाग के थानाध्यक्ष विनय कुमार शर्मा को निलंबित कर दिया है. कंकड़बाग से पहले वह बुद्धा कॉलोनी थाना में थे. वे पांच दिन पहले ही कंकड़बाग थानाध्यक्ष बनाये गये थे.
बताया जाता है कि बुद्धा कॉलोनी थाने से महज 400 मीटर की दूरी पर दूसरे की चहारदीवारी को तोड़ पड़ोसी ने उसे अपनी जमीन में मिला लिया था. शिकायत के बाद भी बुद्धा कॉलोनी के तत्कालीन थानाध्यक्ष विनय कुमार शर्मा ने कार्रवाई नहीं की. उन्होंने न तो मामला दर्ज किया और न ही 107 या 144 के तहत कार्रवाई की. मामला जोनल आइजी कुंदन कृष्णन के संज्ञान में आया और उन्होंने जांच करायी. मामला सही पाया गया और फिलहाल कंकड़बाग थानाध्यक्ष के पद पर रहे विनय कुमार शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
दरअसल कुछ दिन पहले बुद्धा कॉलोनी इलाके में एक प्लॉट एक पूर्व सिटी एसपी ने बेची थी. जमीन को बिहार सरकार के एक अधिकारी ने खरीदा था. उन्होंने जमीन पर चहारदीवारी करायी थी. इसी बीच चहारदीवारी को तोड़ कर बगल के पड़ोसी ने अपनी जमीन में मिला लिया. पीड़ित ने बुद्धा कॉलोनी थाना प्रभारी विनय कुमार शर्मा को जानकारी दी. उन्होंने जमीन बेचने वाले पूर्व सिटी एसपी से भी इसकी पुष्टि करा दी. बावजूद थाना प्रभारी ने मामला दर्ज नहीं किया. केवल इतना बताया कि दोनों पार्टी आपस में बात कर ले. उक्त अधिकारी ने शिकायत आइजी कुंदन कृष्णन से की थी.
जांच में पास हुए थे प्रभारी : एसएसपी मनु महाराज ने विनय कुमार शर्मा को बेहतर कार्य के कारण बुद्धा कॉलोनी से कंकड़बाग का थानाध्यक्ष बनाया था. इसके पहले एसएसपी ने विनय कुमार शर्मा की परीक्षा भी ली थी,जिसमें वे पास हुए थे. एसएसपी 27 जुलाई को बोरिंग केनाल रोड के पंचमुखी मंदिर के पास सादे वेश में साइकिल से पहुंचे थे. उस समय बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष के पद पर विनय कुमार शर्मा थे. वह पंचमुखी मंदिर के समीप जाम हटाने में व्यस्त थे. एसएसपी ने सादे वेश में एक सिपाही को उनके पास भेजा था. उस सिपाही ने वहां जाकर विनय शर्मा को बताया था कि उनकी सोने की चेन बाइक सवार अपराधियों ने छीन ली है. इस परउन्होंने त्वरित कार्रवाई की थी. कंकड़बाग में चेन स्नेचिंग की घटना को रोकने के लिए एसएसपी ने विनय कुमार शर्मा को कंकड़बाग का थानाध्यक्ष बना दिया था.
कोताही बरतनेवालों पर होगी कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद न तो मामला दर्ज किया गया और न ही कार्रवाई हुई. इस कारण उन्हें निलंबित किया गया है. अगर कोई भी पुलिस पदाधिकारी मामले में कोताही या लापरवाही बरतेंगे, तो कड़ी कार्रवाई होगी.
कुंदन कृष्णन, जोनल आइजी, पटना