नयी दिल्ली: पूर्व कांग्रेसी नेता नटवर सिंह ने अपनी पुस्तक में सोनिया के खिलाफ की गयी टिप्पणी पर सोनिया की प्रतिक्रिया पर आज कहा कि उनकी नई पुस्तक पर सोनिया गांधी की ओर से कडी प्रतिक्रिया यह साबित करती है कि उसने एक ‘‘कमजोर नस’’ को छू दिया और किसी चीज ने उन्हें इतना ‘‘परेशान’’ किया कि उन्होंने प्रतिक्रिया दे दी.
सिंह ने टेलीविजन चैनल एडीटीवी के साथ साक्षात्कार में यह भी दावा किया कि ‘‘50 कांग्रेसियों’’ ने उन्हें फोन करके अपनी नई पुस्तक में ‘‘सच्चाई कहने’’ के लिए बधाई दी.
सोनिया ने कल कहा था, ‘‘मैं अपनी किताब लिखूंगी और उसके बाद आपको सब कुछ पता चलेगा..सच्चाई तभी सामने आएगी जब मैं यह लिखूंगी. मैं इस बारे में गंभीर हूं और मैं लिखूंगी.’’ सोनिया ने यह प्रतिक्रिया नटवर सिंह की आत्मकथा को लेकर मचे बवाल के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में की जिसमें दावा किया गया है कि यह राहुल गांधी का सोनिया के जीवन को लेकर भय था जिसने सोनिया को प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया. नटवर सिंह ने यह दावा करके सोनिया के उस दावे का खंडन किया जिसमें वह कहती रही हैं कि उन्होंने कि अपनी ‘‘अंतरात्मा की आवाज’’ सुनी और पद नहीं संभालने का फैसला किया.
सोनिया गांधी ने जोर देकर कहा कि इसने उन्हें आघात नहीं पहुंचाया है और उन्होंने इससे कहीं बदतर चीजें देखी हैं जैसे पति राजीव गांधी की हत्या और सास इंदिरा गांधी को गोली से गोलियों से छलनी किया जाना.
नटवर ने कहा कि यह तथ्य ‘‘महत्वपूर्ण’’ है कि सोनिया ने उनकी पुस्तक के तथ्यों पर प्रतिक्रिया दी क्योंकि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारु की पुस्तक पर प्रतिक्रिया नहीं दी थी.
यह पूछा गया कि ऐसा क्यों, क्या इसलिए कि उसने एक कमजोर नस छू दी, सिंह ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर, यह कुछ ऐसा है जिसने उन्हें इतना परेशान किया कि उन्होंने प्रतिक्रिया दी, इसके बारे में आपको पता है. यदि मैं उन्हें सलाह दे रहा होता तो मैं कहता कि प्रतिक्रिया नहीं दीजिये.’’ सोनिया के प्रधानमंत्री बनने से इनकार और अन्य मुद्दों पर नटवर सिंह के दावों को मनमोहन सिंह द्वारा ‘‘प्रचार का हथकंडा’’ बताये जाने के बारे में पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने कहा, ‘‘तथ्य वह है जो संजय बारु ने कहा और जो मैंने कहा और जो अन्य ने कहा है.’’ नटवर सिंह अपने दावे पर कायम रहे कि पूर्व प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी ने आधिकारिक फाइलें सोनिया के पास लेकर गए. उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या वह सोनिया से इसलिए मिलने गए थे ताकि उनके साथ चाय पी सकें.’’