कोलकाता: महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले तापस पाल के खिलाफ कोलकाता उच्च न्यायालय ने 72 घंटो में प्राथमिकी दर्ज कराने और मामले की सीआईडी जांच के आदेश दिये है. न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने एक याचिका पर ये आदेश दिया. तापस पाल तृणमूल कांग्रेस सांसद औऱ सह अभिनेता हैं.
*क्या है पूरा मामला
विवादित बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस के सांसद तापस पाल का एक विवादित वीडियो भी सामने आया था जिसमें विपक्षी पार्टी की कार्यकर्ताओं को रेप करने की धमकी दे रहे थे. इस वीडियो में तापस टीएमसी कार्यकर्ताओं को सीपीएम नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला करने के लिए उकसा रहे थे.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद तापस पाल विवादित वीडियो में महिलाओं के खिलाफ की गयी विवादित टिप्पणी को लेकर पूरी राजनीति गरम है. विभिन्न राजनैतिक दलों ने इसकी कड़ी निंदा की है और तापस की गिरफ्तारी की मांग की है.
इस मामले में कोलकाता भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत चावला ने बयान जारी किया था कि उन्होंने पत्र लिख कर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा है कि विरोधियों का कत्ल और बलात्कार कराने संबंधी कथित बयानबाजी करने वाले तापस पाल जैसे नेता दंडित कर जेल भेजना चाहिए।
तापस की माफी मामले पर मीडिया ने जब ममता बनर्जी से सवाल किया था तो उनके तेवर इस प्रकार थे आप क्या चाहते हैं? क्या तापस को जान से मार दें. मां क्या कर सकती हूं जो हो सकता था, हमने किया. इससे समझा जा सकता है हमारे नेता महिला मुदि्दों पर कितने असंवेदनशील है
विवादित बयान के बाद तापस का एक विवादित वीडियो भी सामने आया है जिसमें विपक्षी पार्टी की कार्यकर्ताओं को रेप करने की धमकी दे रहे थे. इस वीडियो में तापस टीएमसी कार्यकर्ताओं को सीपीएम नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला करने के लिए उकसा रहे थे. एक सभा को संबोधित करते हुए सांसद तापस पाल ने कहा, ‘यदि तृणमूल कांग्रेस के किसी कार्यकर्ता पर कभी हमला हुआ तो मैं आपके लोगों को गोली मार दूंगा.
* तापस और उनकी पत्नी ने मांगी माफी
हालांकि इस मामले पर पाल के माफी थी. माफी मांगने के बाद टीएमसी ने उन्हें क्लीनचिट दे है. इसके अलावा तापस की पत्नी नंदिनी ने भी मीडिया में अपने पति के इस बयान पर माफी मांगी थी.