।। कृष्ण बिहारी मिश्र ।।
जयपुर : मनोज न्यांगली राजस्थान के सार्दुलपुर से बसपा के टिकट पर विधायक हैं. वह सदन में बुलेटप्रूफ जैकेट पहन कर आते हैं. अपनी सुरक्षा के लिए सीएम, गृह मंत्री एवं वरीय पुलिस अफसरों से गुहार लगा चुके हैं. जब उन्हें महसूस हुआ कि कहीं सुनवाई नहीं हो रही, तो बुलेटप्रूफ जैकेट धारण कर विधानसभा आने लगे.
सदन में कांग्रेस के गोविंद डोटासरा ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था इतनी खराब है कि विधायक अब बूलेटप्रूफ जैकेट पहन कर सदन में आने लगे हैं. फिर क्या था, सदन में अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गयी. मनोज न्यांगली का कहना है कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है. वे ऐसा न करें, तो उनकी जान भी जा सकती है. 2009 में मनोज अपना भाई गंवा चुके हैं. उन पर कई हमले हो चुके हैं.
एक हमले में उनकी एक आंख चली गयी. अब उन्हें पुलिस, प्रशासन पर भरोसा नहीं है. सवाल है कि, जब एक विधायक इस तरह डरा हुआ है, तो आम आदमी का क्या हाल होगा? मामला तब उजागर हुआ, जब बीकानेर जेल में गैंगवार में तीन कैदियों की मौत हो गयी. इसी मामले को लेकर राजस्थान विधानसभा में सत्तापक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर जोरदार हमले कर रहे थे. पूर्व सीएम गहलोत सवाल कर रहे हैं कि आखिर वो कौन मंत्री था, जिसने बीकानेर जेल का दौरा थोड़े दिन पहले ही किया था. मामला सरकार के लिए सिरदर्द बन चुका है.