गाजा: संयुक्त राज्य ने मानवीय जरूरतों को देखते हुए इस्राइल को गाजा में संघर्ष विराम को 24 को 24 घंटे तक बढाने का संकेत दीया है.लेकिन हमास ने इस ऐलान को खारिज करते हुए कहा कि गाजा पट्टी से इस्राइली टैंकों की वापसी के बिना वह इस कदम पर अमल नहीं करेगा. पिछले 20 दिनों के संघर्ष में 1,050 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं.
कल देर रात इस्राइली कैबिनेट की आपात बैठक के बाद यह नया रुख सामने आया है. उन्होंने आज रात तक के लिए संघर्षविराम को बढा दिया है. कैबिनेट ने यह चेतावनी भी दी कि यदि फलस्तीनी उग्रवादियों ने किसी भी तरह का उल्लंघन किया जाता है तो सेना उन पर जरुर कार्रवाई करेगी.अधिकारियों ने बताया कि सैन्य अभियानों के जारी रखने पर चर्चा के लिए कैबिनेट की आज फिर से बैठक होगी.
हालांकि हमास ने एक बयान में कहा, गाजा पट्टी से इस्राइली टैंकों की वापसी, निवासियों को उनके घरों तक वापसी योग्य बनाने और शवों को ले जाने वाली एंबुलेंसों के गाजा में मुक्त गमन की व्यवस्था के बिना किसी भी मानवीय संघर्षविराम को वैध नहीं माना जाएगा. इस्राइल और हमास के बीच कल 12 घंटे के मानवीय संघर्षविराम पर सहमति बनी थी जिसे बाद में इस यहूदी राष्ट्र ने स्थानीय समयानुसार चार घंटे और बढाकर मध्यरात्रि तक के लिए कर दिया.
इस्राइल ने कहा कि वह संघर्षविराम के दौरान हमास द्वारा प्रयुक्त सुरंगों के खिलाफ अभियान जारी रखेगा.
हालांकि आरंभिक 12 घंटे के संघर्षविराम के खत्म होने के बाद हमास ने गाजा पट्टी से इस्राइल पर कई रॉकेट दागे और संघर्षविराम को जारी रखने के आरंभिक प्रयासों को खारिज कर दिया.
यूनीसेफ ने बताया कि संघर्ष के दौरान 192 बच्चों की मृत्यु हो चुकी है.