टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा को भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक की ओर से ‘पाकिस्तान की बहू’ कहे जाने के विवाद से केंद्र सरकार ने किनारा कर लिया है.
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है, "ये भाजपा का आधिकारिक दृष्टिकोण नहीं है. सानिया भारत का गर्व हैं और उन्होंने अपनी क़ाबिलियत की वजह से शोहरत पाई है. किसी का कुछ कहना सही नहीं है."
पढ़िए इस विवाद पर सानिया का बयान
मंगलवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने 27 वर्षीया सानिया मिर्ज़ा को एक करोड़ का चेक देते हुए उन्हें राज्य का ब्रांड एंबेसेडर बनाए जाने का नियु्क्ति पत्र सौंपा था.
इसके बाद तेलंगाना विधान सभा में भाजपा नेता के लक्ष्मण ने सानिया मिर्ज़ा को ‘पाकिस्तान की बहू’ क़रार दिया था और उनको यह सम्मान दिए जाने पर सवाल उठाया था.
के लक्ष्मण ने कहा था, "सानिया का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था और वह बाद में हैदराबाद में बस गईं थीं, वह यहां की स्थानीय निवासी नहीं हैं."
सानिया मिर्ज़ा ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी की है.
प्रतिक्रिया
विवाद के बीच सानिया ने कहा है कि वह मरते दम तक भारतीय रहेंगी.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ”मुझे इस बात से दुख हो रहा है कि मेरे बारे में एक तुच्छ मुद्दे पर प्रमुख राजनीतिज्ञ और मीडिया अपना क़ीमती वक़्त ज़ाया कर रहे हैं ”
राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू यादव की बेटी मीसा भारती ने @MisaBharti पर ट्वीट किया है, "अगर सानिया मिर्ज़ा ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं तो वे किसी भी भारतीय राज्य का बतौर ब्रांड एंबेसेडर प्रतिनिधित्व कर सकती हैं."
बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने @taslimanasreen पर ट्वीट किया है, "अगर सानिया मिर्ज़ा एक भारतीय हिंदू होतीं और उन्होंने पाकिस्तान के किसी हिंदू पुरुष से शादी की होती, तो? क्या तब बात ठीक होती? क्या ये हिंदू-मुस्लिम मुद्दे से ज़्यादा भारत-पाक मुद्दा है?"
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