पटना: पूर्व मध्य रेल ऑफिसर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सह दानापुर मंडल के एडीआरएम वीके सिंह ने मेडिकल अफसर डॉ सचिन वर्मा को झाझा जीआरपी प्रभारी द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाये जाने की निंदा की है.
इसको लेकर गुरुवार को एसोसिएशन की बैठक दानापुर मंडल मुख्यालय में हुई. उन्होंने बताया कि अपने वरिष्ठ सहयोगी डॉ संदीप कुमार को पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से पतरातू विदा करने के लिए डॉ वर्मा अपने सहयोगी चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर संजीव कुमार सिन्हा, फार्मासिस्ट अमरेश कुमार और हेल्थ असिस्टेंट नंदलाल के साथ विदा करने के लिए झाझा स्टेशन पर खड़े थे. इसी दौरान जीआरपी झाझा के ऑफिसर इंचार्ज अंबिका प्रसाद अपने दो सिपाहियों के साथ बिना वरदी में नशे की हालत में र्दुव्यवहार करते हुए टिकट की मांग करने लगे. चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर संजीव कुमार सिन्हा द्वारा अपना परिचय देने के बावजूद उनके साथ र्दुव्यवहार हुआ.
ट्रेन चले जाने के बाद जीआरपी ऑफिसर्स इंचार्ज ने डॉ वर्मा के साथ मारपीट की कोशिश की तथा पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन डॉ वर्मा किसी तरह अपने सहयोगी की मदद से निकलने में सफल रहे. इसके बावजूद ऑफिसर्स इंचार्ज ने चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर संजीव कुमार सिन्हा और हेल्थ इंस्पेक्टर नंदलाल को झूठे मुकदमे में फंसा दिया.