गाजा/यरुशलम:गाजा में रक्तपात खत्म करने की कूटनीतिक कोशिशों के बीच इस्राइल ने हमास शासित क्षेत्र पर लगातार बमबारी कर गुरुवार को दबाव बनाया. संघर्ष में अब तक करीब 750 फिलीस्तीनी और 34 इस्राइली मारे गये हैं. इस्नइल ने अपने हमले को दक्षिणपूर्व गाजा पर केंद्रित किया है, जबकि वहां के बाशिंदे भारी बमबारी वाले क्षेत्रों से पलायन कर रहे हैं.
गाजा में गुरुवार को करीब 50 लोग मारे गये, जिससे इस्राइल द्वारा सैन्य अभियान शुरू किये जाने के बाद से मरने वाले फिलीस्तीनी की संख्या बढ़ कर 750 हो गयी है. दक्षिणी गाजा के खान युनिस के पास एक ताजा घटना में इस्राइली विमानों और टैंकों की गोलीबारी में सात फिलीस्तीनी मारे गये हैं. गाजा पट्टी के दक्षिण में एक ताजा इस्राइली हवाई हमले में मारे गये लोगों में छह लोगों का एक परिवार भी शामिल है. वहीं, दूसरी ओर गाजा पट्टी में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूल में हमास के रॉकेट मिलने पर बान की मून ने नाराजगी जतायी.
भारत ने इस्राइल के विरोध में किया मतदान
पूर्वी यरुशलम सहित फिलीस्तीन अधिकृत क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान सुनिश्चित करने को लेकर भारत ने रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ फिलीस्तीनी मसौदा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. इस्राइल का करीबी सहयोगी अमेरिका 47 देशों में एकमात्र ऐसा देश है, जिसने 29 देशों के समर्थन वाले जांच का विरोध किया है.
यूएनएचसीआर कंगारू अदालत
यूएनएचसीआर को ‘कंगारू अदालत’ करार देते हुए इस्राइल ने इस कदम को हास्यास्पद बताते हुए इस कदम की निंदा की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘कंगारू अदालत की यह जांच एक पूर्व निश्चित निष्कर्ष है.’ यूएनएचसीआर के फैसले की आलोचना करते हुए इस्राइल के विदेश मंत्री अविगदोर लिबरमैन ने संयुक्त राष्ट्र की इस इकाई को ‘आतंकवादियों के अधिकारों की परिषद’ करार दिया. मतदान से पहले संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त नवी पिल्लै ने आगाह किया कि इस्राइल गाजा में युद्ध अपराध कर सकता है.
अमेरिका ने उड़ानों से हटाया प्रतिबंध
इस बीच, अमेरिकी एयरलाइनों ने इस्राइल के वायुक्षेत्र से उड़ान प्रतिबंध हटा लिया है. अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के यरुशलम और रामल्ला में वार्ता पूरी करने तथा संधि के लिए क्षेत्रीय कोशिशों को जारी रखने को लेकर काहिरा लौटने के कुछ घंटे बाद यह प्रतिबंध हटाया गया है. केरी ने कतर और तुर्की के विदेश मंत्रियों से फोन पर भी बात की. केरी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से मुलाकात के बाद कहा, ‘हमने निश्चित तौर पर कुछ कदम आगे बढ़ाये हैं, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना है.’