अभियान को गति दी जायेगी : एसपी
गिरिडीह : नक्सली संगठन के सेफ जोन के रूप में प्रसिद्ध पारसनाथ पर्वत पर माओवादियों द्वारा वर्षो से बनाकर रखे बंकर को ध्वस्त कर पुलिस व सीआरपीएफ की टीम ने नक्सलियों को बड़ी चोट दी है. पुलिस को यह सफलता मजबूत सूचना तंत्र के बदौलत मिली है.
इस बड़े बंकर के ध्वस्त होने से नक्सली संगठन भाकपा माओवादी भी बौखलाहट में है. इधर, इस बरामदगी के बाद नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में शामिल अधिकारियों व जवानों का मनोबल बढ़ा है. बुधवार को इस सफलता को लेकर मधुबन के कल्याण निकेतन में स्थित सीआरपीएफ 154 बटालियन के कैंप में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया गया.
इस दौरान एसपी क्रांति कुमार ने बताया कि माओवादियों को इलाके से उखाड़ फेंकने के लिए पुलिस व सीआरपीएफ का संयुक्त अभियान लगातार जारी है. पुलिस के लगातार अभियान में रहने के कारण इलाके में माओवादियों की जड़ें कमजोर हुई है. आसन्न विधानसभा चुनाव को देखते हुए नक्सली संगठन के खिलाफ चल रहे अभियान को और भी गति दी जायेगी.
इस मौके पर सीआरपीएफ 154 बटालियन के इर्दन एक्का, प्रणव प्रकाश, पीके चौधरी, पीरटांड़ थाना प्रभारी श्रीनिवास प्रसाद आदि मौजूद थे.
मौसम के थपेड़ों में भी जोश में थे जवान : बताया जाता है कि 21 जुलाई की शाम को जब एसपी क्रांति कुमार को यह जानकारी मिली कि पारसनाथ पहाड़ पर माओवादियों के बंकर में हथियारों का जखीरा रखा हुआ है, तो उन्होंने तुरंत ही एक टीम को उक्त इलाके में छापामारी करने का निर्देश दे डाला. 21 जुलाई को लगातार बारिश भी हो रही थी और पहाड़ पर फिसलन भी थी.
इसके बावजूद डीएसपी पूज्य प्रकाश, सीआरपीएफ 154 बटालियन के सहायक कमांडेंट प्रणव प्रकाश, पीरटांड़ थाना प्रभारी श्री निवास प्रसाद, डुमरी थाना प्रभारी रवींद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में जिला पुलिस व सीआरपीएफ 154 बटालियन के जवानों ने हिम्मत नहीं हारी और अभियान को जारी रखा.
पहाड़ पर पहुंचने के क्रम में कई बार जवान बारिश के कारण फिसलते व भीगते रहे. बावजूद रात में ही सीआरपीएफ व पुलिस की टीम बंकर तक पहुंच गयी. बंकर के अंदर लोहे के 15 बक्से मिले.