पिछले सप्ताह पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों का शिकार बने मलेशिया एअरलाइंस विमान में सवार लोगों के शव पहचान के लिए नीदरलैंड्स भेजे जाएंगे.
वहीं डच अधिकारियों का कहना है कि शवों की तलाश जारी रहनी चाहिए.
पूर्वी यूक्रेन में होने वाले इस विमान हादसे में अब तक लगभग 200 लोगों के शव मिले हैं.
यह विमान हादसा कथित तौर पर विद्रोहियों के कब्ज़े वाले इलाक़े में एक मिसाइल हमले के कारण हुआ था.
(विमान हादसाः अब तक 196 शव मिले)
दावे ‘विश्वसनीय नहीं’
17 जुलाई को निशाना बनाए गए मलेशिया एअरलाइंस के एमएच-17 विमान में सवार सभी 298 लोग मारे गए थे. इसमें अधिकतर यात्री डच थे.
अमरीकी खुफ़िया अधिकारियों ने मंगलवार को सबूतों की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि विद्रोहियों ने विमान को ‘ग़लती से’ मार गिराया था. लेकिन इस मामले में रूस का हाथ होने का कोई सबूत नहीं मिला है.
समाचार एजेंसी एपी से अधिकारियों ने कहा कि रूस ने विद्रोहियों को हथियार देकर एमएच-17 विमान हादसे की ‘परिस्थिति का निर्माण किया.’
हालांकि रूस ने बार-बार दोहराया है कि यूक्रेनी सरकार की सेना विमान हादसे के लिए जिम्मेदार है, लेकिन अमरीकी अधिकारियों के मुताबिकि रूस के दावे ‘विश्वसनीय नहीं’ थे.
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