चार वर्ष से एमबी कनीय अभियंता के पास, भुगतान लंबित
मेदिनीनगर : सतबरवा में मनरेगा के तहत सिंचाई पथ से लगनी साहू के घर तक ग्रेड वन पथ निर्माण का कार्य स्वीकृत हुआ था. यह योजना वित्त वर्ष 2008-09 में ली गयी थी. इसकी योजना संख्या 12 है. कार्य हुआ, पर मजदूरों का मजदूरी भुगतान अभी तक बकाया है. जब इस मामले में मनरेगा के लोकपाल डॉ मुरारी झा ने सतबरवा के प्रखंड विकास पदाधिकारी से जानना चाहा कि आखिर चार वर्ष से मजदूरों की मजदूरी क्यों बकाया है. इसके बाद यह खुलासा हुआ कि इस योजना की मापी पुस्तिका कनीय अभियंता के पास है.
कनीय अभियंता अरविंद कुमार सिंह 25 सितंबर 2010 को ही प्रखंड कार्यालय से योजना से संबंधित मापी पुस्तिका (एमबी) ले गये थे. एमबी अभी तक जमा नहीं की गयी. इस पर बीडीओ प्रताप टोपो ने कनीय अभियंता के नाम पत्र जारी किया है, जिसमें यह कहा गया है कि वह मापी पुस्तिका अविलंब प्रखंड कार्यालय में जमा करें. जानकारी के अनुसार यह योजना जहां ली गयी थी, वह तुंबागाडा गांव में स्थित है. कार्य की गुणवत्ता खराब रहने की शिकायत मिली थी. जिसके आधार पर मनरेगा लोकपाल इस मामले की जांच करने गये थे. इसी दौरान इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है. जांच स्थल पर यह पाया गया कि मनरेगा के तहत जो ग्रेड वन पथ बना था, उस पर पीसीसी पथ का निर्माण हो गया है.
इस कारण ग्रेड वन पथ की गुणवत्ता की जांच करना संभव नहीं है. जहां तक मजदूरों के मजदूरी भुगतान बकाया का सवाल है, तो इस पर अग्रेतर कार्यवाही तभी हो पायेगी, जब कनीय अभियंता द्वारा मापी पुस्तिका उपलब्ध करायी जायेगी.