दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद का विवादों से पुराना नाता रहा है. इसके प्रवीण तोगड़िया भी विवादों में आते रहे हैं. प्रवीण तोगडि़या ने रविवार को जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस में मुसलमानों को चेतावनी देते हुए अपने बयान में कहा कि हिंदुओं के धैर्य की परीक्षा न लें.उन्होंने कहा कि मुसलमान भले ही गुजरात को भूल गये हों,लेकिन मुजफ्फरनगर को नहीं भूले होंगे. उन्होंने कहा कि हिंदू भी पत्थर उठाना जानते हैं. साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर सरकार पर भी निशाना साधा.
उनकी तरफ से इस बयान पर माफी नहीं मांगी गई है बल्कि अपने इस बयान पर वे अभी भी कायम हैं. कई राजनैतिक पार्टियों ने उनकी गिरफ्तारी की भी मांग की.मामला दरअसल यह था कि शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के दौरान बालटाल में लंगर और तंबू वालों के बीच तकरार हो गई थी. हिंसा में 10 टेंट जला दिए गये और य़ात्रियों के साथ लूट पाट भी की गयी जिसमें 21 सुरक्षाकर्मियों सहित 60 से ज्यादा लोग जख्मी हुये थे.
तोगड़िया ने इससे पहले भी अपने कथित बयान में हिंदू बहुल इलाक़ों से मुसलमानों को बलपूर्वक निकालने की बात कही थी.साथ ही उन्होंने बजरंग दल के पोस्टर का इस्तेमाल कर एक घर पर अपना कब्जा कर लिया था. तब भी भाजपा सहित कई राजनातिक दलों ने इसका विरोध किया था. अब देखना ये है कि मोदी सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है. क्योंकि गुजरात दंगों के कारण मोदी पर भी हिंदुत्वादी होने के आरोप लगे हैं. मोदी सरकार की इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया का सभी को इंतजार है.