लंदन : इंग्लैंड में भारत के साथ सब कुछ ठिक नहीं चल रहा है. पहले जेम्स एंडरसन और रविंद्र जडेजा को लेकर विवाद उसके बाद ट्रेंटब्रिज में खराब पिच को लेकर बहस. इन दोनों विवाद को हुए कुछ समय बीते हैं कि नहीं फिर से एक नया विवाद सामने आ गया. भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट के दौरान एमसीसी को अपने एक मैदानकर्मी के पिच की सफाई करने के तरीके पर माफी मांगनी पड़ी.
तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद द इंडिपेंडेंट ने लिखा, एमसीसी को माफी मांगने को बाध्य होना पड़ा और अपने मैदानकर्मी की कार्यशैली का बचाव करना पड़ा जब केविन पीटरसन ने लंच के दौरान पिच को साफ करने के उसके तरीके की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया.
उन्होंने कहा, शेन डोहर्टी के काम ने स्काई स्पोर्ट्स के कमेंटेटरों का ध्यान आकर्षित किया और पीटरसन ने इसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो डाली. चौथे अंपायर डेविड मिल्न्स इसके बाद डोहर्टी के पास पहुंचे लेकिन लार्ड्स क्रिकेट ग्राउंड का रखरखाव करने वाले एमसीसी ने कहा कि यह जानबूझकर की गई गलती नहीं थी और पिच को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था.
पीटरसन ने हालांकि कहा कि यह मामला सिर्फ इतने तक ही सीमित नहीं है. पीटरसन ने ट्विटर पर लिखा, उसे पता था कि वह क्या कर रहा है. समाचार पत्र ने हालांकि दावा किया कि मेहमान टीम भारत इस घटना को मुद्दा नहीं बनाएगी.
समाचार पत्र ने कहा, भारतीय क्रिकेट के सूत्रों ने इस तरह के संकेत दिए कि टीम कोई शिकायत नहीं करेगी. अंतिम फैसला हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और खिलाडियों को करना है. इसके लिए कुछ भी जवाब दिया जाए लेकिन यह तय है कि डोहर्टी ने लापरवाही की. इससे पूर्व नाटिंघम में पहले टेस्ट के लिए सपाट पिच तैयार करने से पहले ही मैदानकर्मियों की आलोचना हो रही है. मैच रैफरी ने इस पिच को कल खराब करार दिया और इस मामले पर आईसीसी की जांच चल रही है.