पटना : पटना का मास्टर प्लान एक महीने में आ जायेगा. नगर विकास विभाग इसे अंतिम रूप देने में लगा है. ये बातें नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी ने विधान परिषद में कहीं. उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान की बात लोग वर्षो से सुनते आ रहे हैं. उसे एक महीना में जमीन पर उतारा जायेगा. दो माह तक आम लोगों के साथ-साथ विधानमंडल के सदस्यों व अधिकारियों की उस पर राय ली जायेगी. सुझाव आने के बाद उस पर आगे की कार्रवाई होगी. मंत्री ने कहा कि मास्टर प्लान के लिए प्राधिकार भी बनाया जायेगा. एनसीआर के तर्ज पर पटना के मास्टर प्लान में खुसरूपुर से बिहटा तक को शामिल किया जा रहा है. मंत्री ने मेट्रो रेल की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि विभाग ने रूट तय कर दिया है. 36 किमी रूट के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है. इसे 31 अगस्त से पहले केंद्र को सौंप देंगे.
इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक सिगनल लगेंगे : उन्होंने कहा कि राजधानी के 97 प्वाइंटों पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक सिगनल लगाये जायेंगे. इसका कंट्रोल रूम भी बनाया जायेगा. इसमें आइआइटी, दिल्ली से मदद ली जायेगी. मंत्री ने अगले वित्तीय
वर्ष में पटना को मच्छरमुक्त बनाने की भी घोषणा की. मंत्री ने पटना
समेत सभी जिला मुख्यालयों में एलक्ष्डी स्ट्रीट लाइट लगाने का काम 31 मार्च, 2015 तक पूरा करने की भी घोषणा की. उन्होंने छठ घाटों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण करने की भी घोषणा की.
जलापूर्ति योजना के लिए जमीन की कमी : पटना में पेयजल समस्या को मंत्री ने स्वीकारा. उन्होंने कहा कि पटना में पेयजल आपूर्ति योजना में देरी हुई है. मात्र 18 जगहों पर ही जमीन उपलब्ध हो पायी. 52 स्थानों पर जमीन नहीं मिल सकी.
सभी जिलों में सिटी बिजनेस प्लान
मंत्री ने कहा कि सूबे के सभी जिलों में सिटी बिजनेस प्लान की शुरुआत
की जायेगी. उसमें हर जिले में सेल्फ हेल्प ग्रुप बनेंगे और हर ग्रुप में दस सदस्य होंगे. वाद-विवाद में सूरज नंदन प्रसाद, संजय प्रकाश, हीरा प्रसाद बिंद, हारूण रसीद व मिश्री लाल यादव ने भाग लिया.