रांची: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा है कि गणोश जी को दूध पिलाने वालों ने देश को झांसा दिया. फेसबुक और ट्विटर पर इधर-उधर की तसवीर कट-पेसट कर इंद्रजाल बनाया और इससे नये वोटरों को झांसा दिया. आंख बंद, डब्बा गोल का खेल भाजपा ने किया है. मंडलवादी ताकतों का बिखराव हुआ. अब तू-तू, मैं-मैं की राजनीति नहीं होनी चाहिए. इसी से सामाजिक न्याय के वोट बिखरे और फायदा सांप्रदायिक ताकतों को हो गया.
लालू ने कहा : हमारे बुनियाद और आदर्श में धर्मनिरपेक्षता रही है. नीतीश हमारे ही थे. उनके जाने से ही भाजपा का पेट फूल गया. अब भाजपा से डायवोर्स हो गया है. लोकसभा में नीतीश को 15 प्रतिशत, राजद को 30 प्रतिशत वोट मिला. हम दोनों मिल गये, तो 45 प्रतिशत हो गया. उन्होंने कहा कि मंडल की गाड़ी फिर निकल गयी है, जिसको चढ़ना है टिकट ले, नहीं तो स्टेशन पर ताकते रह जायेंगे. सोमवार को श्री प्रसाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
संवाददाता सम्मेलन में श्री प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नौजवानों को गुमराह किया कि हर हाथ को काम देंगे. देश में स्मार्ट सिटी की तर्ज पर 100 शहर को संघाई बनायेंगे. भारत सरकार का एक साल का बजट एक संघाई बनाने में चला जायेगा. लालू ने कहा : बुलेट ट्रेन चलाने की बात कर रहे हैं. हम भी टमटम मंत्री नहीं थे. रेल मंत्री थे. हमें मालूम है कि बुलेट ट्रेन कैसे चलती है. पैसा कहां से लायेंगे. जहां जनसंख्या कम होती है, उस इलाके से बुलेट ट्रेन चलती है. भारत में कहां बुलेट ट्रेन चल पायेगी. न नौ मन तेल होगा और ना राधा नाचेगी.
लालू ने कहा : योजना बनाने में माइंड अप्लाइ नहीं किया गया. देश में सूखा पड़ गया है. केंद्र सरकार कह रही है कि अनाज भरपूर है. मोदी जी बतायें, ये अनाज उन्होंने उगाया है, क्या. यूपीए सरकार की देन है. मनमोहन सिंह ने क्रांतिकारी काम किया था. भंजा नहीं सके. लालू प्रसाद ने कहा कि बिहार सरकार को उनका आशीर्वाद है और सरकार अच्छा काम कर रही है. संवाददाता सम्मेलन में मंत्री अन्नपूर्णा देवी, सुरेश पासवान और प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह भी मौजूद थे.
नृपेंद्र मिश्र को अवार्ड दिया गया : राजद नेता लालू प्रसाद ने नृपेंद्र मिश्र को प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव बनाये जाने पर भी टिप्पणी की. लालू ने कहा : हमको जो जानकारी मिली है, उसमें नृपेंद्र मिश्र, कल्याण सिंह की सरकार में प्रधान सचिव थे. मोदी को इतनी इमरजेंसी क्या पड़ गयी कि तुरंत इसके लिए आदेश निकाल दिया गया. इसमें कुछ बात जरूरत है. नृपेंद्र मिश्र को उपहार या अवार्ड में ही यह पद दिया गया होगा.
बाबा-साधु को कोई पूछ नहीं रहा, तो साई भगवान पर बोल रहे : लालू प्रसाद ने कहा कि वह जगत गुरु शंकराचार्य का सम्मान और आदर करते हैं. स्वरूपानंद जी महाराज हमारे गांव भी आये हैं. लेकिन अब घोर कलयुग आ गया. साईं बाबा के बारे में जैसी-तैसी बात की जा रही है. साईं बाबा ने नहीं कहा था कि लोग उन्हें भगवान कहें. उन्होंने तो कहा था कि सबका मालिक एक है. लेकिन बेवजह विवाद किया जा रहा है. साईं भगवान के पास चढ़ावा आ रहा है, बाबा-साधु को कोई पूछ नहीं रहा है.