औरंगाबाद (नगर) : प्रेरकों ने जिला प्रेरक संघ के बैनर तले समाहरणालय के मुख्य द्वार पर गुरुवार को 11 सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया, जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह तथा संचालन चंदन कुमार सिंह ने किया. धरना को संबोधित करते हुए प्रेरकों ने कहा कि असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए प्रेरकों को साक्षर भारत मिशन के तहत लगाया गया था. औरंगाबाद में लोक शिक्षा केंद्रों पर 408 प्रेरक कार्यरत हैं, जिन्हें मानदेय के रूप में मात्र दो हजार रुपया मिलता है, जो कि दैनिक मजदूरी से भी कम है.
प्रेरक अपने-अपने केंद्र पर आकर 15 वर्ष से ऊपर के उम्र वाले असाक्षर महिलाओं को पढ़ाने का काम करते हैं. बावजूद हमलोंगों के साथ सरकार सौतेलापन व्यवहार कर रही है, जिससे बाध्य होकर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है. धरना को सिद्धेश्वर विद्यार्थी, लव कुमार सिंह, कृष्णा कुमार, मुन्ना कुमार, राकेश कुमार, राकेश रंजन कुमार, उपेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, विजय पासवान, आशुतोष पांडेय, अभिषेक कुमार सिंह, नरेश कुमार, कर्ण कुमार, सुनील कुमार सिंह, उमाशंकर प्रसाद, विजय कुमार पासवान, संजय सिंह, जयगोविंद कुमार आदि लोगों ने संबोधित किया.