हर किसी की चाहत होती है कि उसके बाल काले और घने हों. लेकिन कई लोगों के बाल असमय सफेद होने लगते हैं या उनमें जान ही नहीं रहती. बालों को स्वस्थ रखने में पौष्टिक आहार की क्या भूमिका है, बता रही हैं हमारी एक्सपर्ट.
अगर हमारा आहार ठीक न हो, तो उसका असर बालों पर भी पड़ता है. खान-पान में गड़बड़ी से भी कम उम्र में बाल सफेद होने लगते हैं. आहार में विटामिन बी, आयरन, कॉपर, प्रोटीन और आयोडीन जैसे तत्वों की कमी से अक्सर यह समस्या होती है.
बालों का ग्रोथ विटामिन इ से
बालों का ग्रोथ बढ़ाना है, तो नियमित रूप से विटामिन इ युक्त आहार लेने होगें. जैसे बादाम और अखरोट. कुछ और प्रमुख पोषक आहार हैं :
गाजर : गाजर सिर्फ आंखों के लिए ही नहीं, बल्कि बालों के लिए भी फायदेमंद है. इसमें मौजूद विटामिन ए सिर की त्वचा को पोषण देने में सहायक होता है. बालों की कंडीशनिंग भी करता है.
मटर : बाल रुखे, पतले, बेजान हैं, तो आयरन युक्त चीजें लें. मटर में विटामन और मिनरल का संतुलन होता है. इसके आयरन, जिंक और बी ग्रुप विटामिन्स सेहतमंद बालों के लिए जरूरी है.
ओट्स : इसमें फाइबर के अलावा जरूरी पौष्टिक तत्व, जैसे- आयरन, जिंक और ओमेगा 6 फैटी एसिड होते हैं, जो बालों के विकास के लिए बहुत जरूरी हैं. ब्रेकफास्ट में एक कटोरी ओटमील जरूर लें.
अखरोट : अखरोट बालों के लिए उत्तम है. इसमें ओमेगा 6 फैटी एसिड के अलावा जिंक, आयरन, विटामिन बी1, बी6 और बी9 होते हैं. प्रोटीन भी होता है, जो बालों को मजबूती देता है. मछली, हरी सब्जियां और चुकंदर भी जरूर शामिल करें.
प्रोटीन का सेवन : बाल प्रोटीन से बने होते हैं, इसलिए भोजन में प्रोटीन अधिक लें. आयरन और जिंक भी जरूरी हैं. कम मात्र में ओमेगा-3 वसा बालों और त्वचा दोनों को पोषण देता है. प्लांट ऑयल्स भी बालों के लिए अच्छे होते हैं. संतृप्त वसा, फैटी एसिड और हाइड्रोजनीकृत वसा से बचें. कोशिश करें कि डायट में विटामिन और मिनरल्स शामिल करें. बैलेंस डायट में मल्टी विटामिनवाले आहार होने चाहिए. कैल्शियम का भी ध्यान दें. सेहतमंद बालों के लिए पौष्टिक आहार अभी से लें.
बाल साफ रखना जरूरी
स्वच्छता की कमी : जो युवा बालों की सफाई सही तरीके से नहीं करते, उनमें कम उम्र में बाल सफेद होने की समस्या अधिक होती है. पर्यावरण में मौजूद प्रदूषण से भी कम उम्र में बाल सफेद होते हैं. फ्री रेडिकल्स जितना हमारे त्वचा के लिए हानिकारक हैं, उतना ही बालों के लिए भी.
क्रैश डायटिंग : आजकल के युवा फिगर के चक्कर में खाना-पीना छोड़ देते हैं और डाइडिंग करने लगते हैं. सही डायट न लेने से बालों को पोषण नहीं मिलता है और वे सफेद हो जाते हैं.
बीमारी : बीमार रहने या दवाओं के अधिक इस्तेमाल से भी बाल सफेद होने लगते हैं. हार्मोन्स में होनेवाले बदलावों के कारण या किन्हीं दवाइयों के सेवन से बाल अपनी असली रंगत खोने लगते हैं. रिपोर्ट के अनुसार एंटी मलेरिया दवा के प्रयोग से बाल असमय सफेद होते हैं.
थायरॉयड ग्रंथि : थायरॉयड ग्रंथि के स्नव में अधिकता या कमी का असर बालों पर पड़ता है और वे सफेद होने लगते हैं.