काबुल : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने देश के विवादास्पद चुनाव में जीत हासिल करने का आज दावा किया और खुद को शुरुआती नतीजों में पीछे रखने के लिए गडबडी किए जाने का आरोप लगाया. वहीं, देश में अस्थिरता और जातीय अशांति की आशंका जोर पकड रही है. अब्दुल्ला ने काबुल में हजारों समर्थकों की एक रैली में कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए लडेंगे, लेकिन उन्होंने समर्थकों से धैर्य रखने को कहा जो देश में शासन चलाने के लिए समानांतर सरकार घोषित करने की मांग कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें गर्व है, हम लोगों के वोट का सम्मान करते हैं, हम विजेता हैं. बगैर किसी शक या हिचकिचाहट के हम एक गलत नतीजा स्वीकार नहीं करेंगे.’’ अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते कि अफगानिस्तान का बंटवारा हो, हम राष्ट्रीय एकता और अफगानिस्तान की गरिमा को संरक्षित रखना चाहते हैं. हम स्थिरता चाहते हैं, बंटवारा नहीं.’’ अमेरिका ने दूसरे दौर के चुनाव नतीजों की अवज्ञा में ‘समानांतर सरकार’ गठित होने की खबरों पर अब्दुल्ला को एक सख्त चेतावनी जारी की है.
स्वतंत्र चुनाव आयोग के प्रमुख अहमद यूसुफ नुरीस्तानी ने कल चुनाव के नतीजों की घोषणा कर स्वीकार किया कि सुरक्षा बलों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने गडबडी की. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि नतीजों की अब ऑडिट होनी है और 24 जुलाई को आधिकारिक रुप से नतीजे घोषित किए जाने से पहले शिकायतों का निपटारा किया जाएगा.