नयी दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरुर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेरफेर करने का दबाव होने के डॉक्टर सुधीर गुप्ता के दावे को बुधवार को एम्स ने खारिज कर दिया. इस तरह इस रहस्यमयी मृत्यु के मामले में नया मोड़ आ गया है. इस बीच दिल्ली पुलिस ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो डॉ गुप्ता और शशि थरुर से पूछताछ की जायेगी. एम्स के प्रवक्ता अमित गुप्ता और नीरजा भटला ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि सुधीर गुप्ता पर ऑटोप्सी रिपोर्ट को बदलने के लिए किसी तरह का बाहरी दबाव था.
इससे पहले खबरें आयी थीं कि गुप्ता ने केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण के समक्ष एक हलफनामे में उक्त आरोप लगाया था. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि डॉ गुप्ता के आरोप के मद्देनजर एम्स निदेशक से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
* स्वास्थ्य मंत्री को पत्र : डॉ गुप्ता ने एम्स में संकाय के एक सदस्य को पदोन्नत करने के सरकार के फैसले के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को पत्र भी लिखा था. आरोप लगाया कि पदोन्नति की प्रक्रिया तत्कालीन यूपीए सरकार के समय शुरू हो गयी थी ताकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं बदलने के लिए उन्हें विभाग प्रमुख के पद से हटाया जा सके.
* क्या है आरोप : एम्स के फोरेंसिक विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने कथित तौर पर यह आरोप लगाया है कि उन पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह दिखाने के लिए दबाव था कि सुनंदा की मौत सामान्य थी. हालांकि उन्होंने इसका प्रतिरोध किया.
* पोस्टमार्टम रिपोर्ट
सुनंदा के दोनों हाथ पर चोट के दर्जन से अधिक व गाल पर खरोंच के निशान थे. बायीं हथेली पर दांत से काटने का निशान था. विसरा का नमूना आगे की जांच के लिए सीएफएसल भेज दिया गया था. सीएफएसएल की रिपोर्ट में संकेत दिया गया कि दवा की विषाक्तता के कारण मौत हुई, पर इसके तथ्य प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पर्याप्त नहीं थे.
* 17 जनवरी की रात हुई थी सुनंदा की मौत
17 जनवरी की रात सुनंदा दक्षिणी दिल्ली के एक पांच सितारा होटल मृत पायी गयी थीं. इससे एक दिन पहले उनकी पाकिस्तानी पत्रकार महर तारर के साथ तकरार हुई थी. यह तकरार थरुर और महर के बीच कथित निकटता को लेकर हुई थी.