वाशिंगटन:मानवाधिकार संगठन ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ ने उपग्रह के जरिये ली गयी और चरमपंथियों की ओर से जारी तसवीरों के विश्लेषण के आधार पर शुक्रवार को कहा कि इराक के तिकरित शहर में चरमपंथियों ने कम से कम 160 बंधकों की हत्या कर दी. अमेरिका स्थित इस संगठन ने कहा कि तिकरित में दो स्थानों पर 11 से 14 जून के बीच इसलामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवांत (आइएसआइएल) के चरमपंथियों ने बंधकों को मार डाला. मारे गये लोगों की संख्या 160 से 190 के बीच बतायी गयी है. एचआरडब्ल्यू ने एक बयान में कहा, ‘मारे गये लोगों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है, लेकिन शवों का पता लगाने और इलाके तक पहुंचने में परेशानी हो रही है. इससे पूरी जांच में रुकावट आयी है.’
संगठन ने कहा, ‘तसवीरों और उपग्रह से मिली तसवीरों से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि 11 जून, 2014 को शहर को अपने नियंत्रण में ले लेने के बाद आइएसआइएस ने तिकरित में बड़ी संख्या में हत्याएं कीं.’ इराकी सेना के मुख्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल कासिम अल मौसावी ने इसकी पुष्टि की कि तसवीरें 15 जून की हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें बंधक बनाये गये इराकी सैनिकों की सामूहिक हत्या की जानकारी है. उन्होंने कहा कि सैन्य विशेषज्ञों की ओर से की गयी तसवीरों की जांच से पता चला है कि करीब 170 सैनिकों की गोली मार कर हत्या की गयी.
शव से भरे दो गड्ढे
एचआरडब्ल्यू आपात निदेशक पीटर बॉकर्ट ने कहा, ‘तिकरित से आयी तसवीरें और उपग्रह से ली गयी तसवीरें भयावह युद्ध अपराध का सबूत हैं.’ मानवाधिकार समूह को आइएसआइएल द्वारा भेजी गयी तसवीरों की जांच करने पर दो गड्ढे शवों से भरे मिले. उसने वर्ष 2013 में उपग्रह द्वारा भेजी गयी तसवीरों से जुड़ी जानकारी और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध तिकरित की उन तसवीरों को भी देखा, जो पहले खींची गयी थीं. दो गड्ढे सद्दाम के जल महल से कुछ ही कदम की दूरी पर एक ही स्थान पर थे. तीसरे का पता नहीं लगाया जा सका है.
नरसंहार कर रहा है आइएसआइएल
मानवाधिकार समूह ने इससे पहले आइएसआइएल द्वारा किये गये गंभीर अपराधों का प्रमाण पेश किया था. बॉकर्ट ने कहा, ‘आइएसआइएल नरसंहार कर रहा है और इसका प्रचार भी कर रहा है. उन्हें और अन्य अत्याचारी बलों को यह पता होना चाहिए इराकी लोगों और दुनिया की नजरें उन्हें देख रही हैं.’