।। प्रवीण सिन्हा ।।
वरिष्ठ खेल पत्रकार
कोस्टारिका और बेल्जियम नॉकआउट में टक्कर देने की तैयारी में
फीफा विश्व कप नॉकआउट दौर की ओर बढ़ चुका है. ज्यादातर शीर्ष टीमें इसमें जगह बना चुकी हैं. मेजबान ब्राजील तथा नीदरलैंड, अर्जेटीना, फ्रांस, चिली और मैक्सिको ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए अंतिम 16 में जगह बनायी, जबकि कोस्टारिका और बेल्जियम की टीमें सबको चौंकाते हुए बड़ी टीमों को नॉकआउट में टक्कर देने की तैयारी में जुटी हैं.
हालांकि, गत विजेता स्पेन तथा इंग्लैंड और पुर्तगाल के साथ मामला उलटा रहा. स्पेन और इंग्लैंड की टीमें पहले दौर के बाद घर वापसी की फ्लाइट पकड़ेंगी. कमोबेश यही हाल पुर्तगाली टीम का है, क्योंकि वह तमाम अगर-मगर के बीच पहले दौर में ही बाहर होने के कगार पर है. कोई चमत्कार ही पुर्तगाली टीम को विश्व कप के दूसरे दौर में जगह दिला पायेगा. कुल मिला कर हम इसे विश्व कप का उलट-फेर भरा आगाज कह सकते हैं.
पहले के विश्व कप मुकाबलों की तुलना में इस बार ज्यादा गोल हो रहे हैं. गोलों की इसी झड़ी के बीच स्पेन, पुर्तगाल और इंग्लैंड जैसी धुरंधर टीमों को अप्रत्याशित परिणाम ङोलने पड़े. हालांकि, दर्शकों और विश्व फुटबॉल के नये बादशाह के रूप में उभरे ब्राजीली स्ट्राइकर नेमार के लिए ज्यादा गोल होना खुशी की बात होगी. दर्शक मैदान पर ज्यादा गोल होते देखना पसंद करते हैं. इस बीच नेमार ने कैमरून के खिलाफ ब्राजील के अंतिम लीग मैच में इस विश्व कप का 100 वां गोल दाग कर अपने प्रशंसकों को रोमांचित कर दिया.
बहरहाल, ग्रुप ए से ब्राजील और मैक्सिको दोनों विश्व कप के नॉकआउट दौर में प्रवेश पाने की वास्तविक हकदार टीमें थीं. दोनों टीमों ने तीन मैचों के बाद सात-सात अंक बनाते हुए नॉकआउट दौर में प्रवेश किया. ब्राजीली टीम ने बेहतर गोल औसत के साथ ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया. अब प्री क्वार्टर फाइनल में ब्राजील की भिड़ंत ग्रुप बी में दूसरे स्थान पर रही चिली से होगी, जबकि मैक्सिको का मुकाबला नीदरलैंड से होगा.
शुरुआती दो ग्रुपों के बीच निकली टीमों के बीच ये परफेक्ट नॉकआउट मुकाबले माने जा रहे हैं, क्योंकि कोई भी फुटबॉल प्रेमी ब्राजील और नीदरलैंड के बीच प्री क्वार्टर फाइनल मैच देखना नहीं चाह रहा था. बड़ी टीमों का नॉकआउट दौर में ज्यादा देर तक बने रहना विश्व कप की सफलता का द्योतक माना जायेगा. हालांकि, शुरुआती दौर में ही दो पूर्व विश्व चैंपियन टीमें इंग्लैंड और स्पेन की ही तरह इटली या उरुग्वे में से एक शीर्षस्थ टीम का पहले दौर में ही बाहर होना तय है. ग्रुप ऑफ डेथ कहे गये ग्रुप डी में इटली और उरुग्वे को हरा कर कोस्टारिका ने पहले ही नॉकआउट दौर में जगह बना ली है, जबकि इस ग्रुप के दूसरे क्वालिफाइंग स्थान के लिए इटली और उरुग्वे के बीच महासंग्राम होगा.
ग्रुप ऑफ डेथ की बात आयी तो मेरे जेहन में ग्रुप जी की स्थिति सामने आ गयी और लगा कि ग्रुप डी की जगह जी ने ग्रुप ऑफ डेथ की जगह ले ली है. आठ ग्रुपों में से यही एक ऐसा इकलौता ग्रुप है, जिससे नॉकआउट दौर में एक भी टीम जगह नहीं बना सकी है. तकनीकी रूप से इस ग्रुप की चारों टीमों के नॉकआउट में प्रवेश पाने की उम्मीदें कायम हैं.
हालांकि, जर्मनी और अमेरिका अगले दौर में प्रवेश पाने की सशक्त दावेदार टीम है. जर्मनी ने पुर्तगाल पर धमाकेदार जीत से अपने अभियान की शुरुआत की थी, लेकिन घाना ने उसे ड्रॉ पर रोककर अंतिम 16 में जगह बनाने के लिए अमेरिका के खिलाफ अंतिम ग्रुप मैच तक उसका इंतजार बढ़ा दिया. दूसरी ओर, अमेरिका ने घाना को हरा कर शानदार शुरुआत की, लेकिन पुर्तगाल की ओर से सिल्वेस्टर वेरेला ने मैच समाप्ति से महज 30 सेकेंड पूर्व बराबरी का गोल दाग कर अमेरिकी टीम को मायूस कर दिया.
अब अगर अमेरिका और जर्मनी की टीम आपस में ड्रॉ खेलती है, तो दोनों टीमें 5-5 अंकों के साथ अंतिम 16 में प्रवेश पा जायेंगी. लेकिन अगर इन दोनों में से कोई एक टीम जीती, तो पुर्तगाल और घाना के पास भी बड़े अंतर से मैच जीत नॉकआउट दौर में प्रवेश की संभावना बनी रहेगी. हालांकि, गोल अंतर में जर्मनी और अमेरिका की टीम ने खासी बढ़त हासिल कर ली है, इसलिए उनका नॉकआउट दौर में प्रवेश लगभग तय है.