सिलीगुड़ी: राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनने के बाद एक ओर वामपंथी नेताओं व उनके समर्थकों पर लगातार अत्याचार चल रहा है, वहीं दूसरी ओर आम लोगों के गणतांत्रिक अधिकारों को छीना जा रहा है. इस राज्य में गणतंत्र को लेकर सवाल होने लगे हैं.
गणतांत्रिक व्यवस्था का मतलब होता है समय से व पारदर्शितापूर्वक, चुनाव कराना, जहां लोग अपनी पसंद से सरकार चुन सके, जिसे चाहे वोट दे सके. लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने लोगों से मत का अधिकार छीन लिया है. उक्त आशय का मंतब्य माकपा नेता तथा पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य ने ब्यक्त किया है.
वह यहां मकपा कार्यालय अनिल विश्वास भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षो से देखा जा रहा है कि पंचायत व नगरपालिका चुनाव समय से नहीं कराया जा रहा है. यह संविधान के अनुकूल नहीं है.उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनावों में जीत सुनिश्चित नहीं होने की स्थिति में डर, लालच दिखाकर तथा जबरन तरीके से पंचायत तथा नगरपालिकाओं को कब्जा कर लिया जा रहा है.
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर आतंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सिलीगुड़ी नगर निगम तथा सिलीगुड़ी महकमा परिषद का चुनाव शीघ्र कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम में 5 वर्ष पहले कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस गठबंधन को जीत मिली थी. लेकिन इन 5 वर्षो में यहां अस्थिरता व अराजकता की स्थिति ही बनी रही. वाम मोरचा के समय में शुरू किये गये विकास कार्य आज पूरी तरह से बंद हो चुके हैं. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि शहरवासी विभिन्न तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं.
न्यूनतम नागरिक सेवा भी उन्हें नहीं मिल रही है. उन्होंने आगे कहा कि पिछले एक महीने से सिलीगुड़ी नगर निगम के संयोजित वार्डो में पेयजल की सुविधा से लोग वंचित हो रहे हैं. उन्होंने मंत्री गौतम देव की आलोचना करते हुए कहा कि वह सिर्फ आश्वासन देते जा रहे हैं, लेकिन किसी भी तरह का काम नहीं हुआ है. विधवा भत्ता, वृद्धा भत्ता नहीं मिल रहा है. जमीन का पट्टा लोगों को नहीं दिया जा रहा है. सड़कें टूट चुकी हैं, शहर में जहां-तहां कचड़ों का अंबार लग गया है. नाला व ड्रेन की सफाई नहीं की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार तय समय पर निगम चुनाव नहीं कराना चाहती है. महकमा परिषद का चुनाव जुलाई महीने में कराया जाना है, लेकिन सरकार इस बारे में भी बेसुध दिख रही है. सिलीगुड़ी नगर व ग्रामांचल इलाके के लोग गांव व शहर का विकास चाहते हैं.