चाईबासा : पेयजल विभाग द्वारा पानी की पाइप लाइन बिछाये जाने को लेकर चाईबासा शहर में कई जगह मनमाने तरीके से खोदाई की गयी है. यह क्रम अब भी जारी है. इसका खामियाजा शहर के 300 टेलीफोन उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ा है जिनका टेलीफोन जमीन के नीचे केबल कट जाने के कारण डेड हो गया है. इसके कारण ब्रॉडबैंड सेवा भी ठप पड़ गयी है. बंद हुए टेलीफोन को चालू होने की कोई संभावना भी चार-छह माह में नहीं दिख रही है.
अगर यह स्थिति जारी रही तो आने वाले समय में शहर में चालू 14 सौ से अधिक टेलीफोन लाइन के बंद होने की पूरी संभावना है. ऐसा पेयजल विभाग और टेलीफोन विभाग के बीच समन्वय के अभाव के कारण हो रहा है. पेयजल विभाग पोकलेन से यहां-वहां खुदाई कर रही है और टेलीफोन केबल केबल कट रहे है. दिलचस्प यह है कि पूरे मामले में टेलीफोन विभाग सिर्फ पत्र लिखकर टेलीफोन लाइन कटने और सेवाओं के बाधित होने से उत्पन्न राजस्व की क्षति का तमाशा देख रहा है. उपायुक्त को आवेदन व पेयजल विभाग को नोटिस के बावजूद मनमानी जारी है.
बीएसएनएल करेगा क्लेम छह माह ठप रहेंगी सेवाएं
सरकारी कार्यालयों, आवासों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, अखबार के दफ्तरों, पुलिस तथा सीआरपीएफ कार्यालयों में बीएसएनएल लगभग छह माह से एक साल तक शोभा की वस्तु बनी रहेगी. क्योंकि जिस तरह से तार उखड़े हैं, उसके लिए फिर से केबल बिछाना होगा. इसके लिए फिर से टेंडर निकालना होगा. इन तमाम प्रक्रियाओं को करने में छह माह से साल भर का समय लग सकता है. स्वाभाविक है इससे बीएसएनएल को नुकसान करोड़ में होगा. नुकसान के एवज में पेयजल विभाग पर क्लेम के लिए जीएम टेलीफोन को फाइल बढ़ायी गयी है.