पटना: प्रमंडलीय आयुक्त एन विजयलक्ष्मी ने अपने पहले जनता दरबार में शुक्रवार को 15 मामलों की सुनवाई की. अधिकतर मामले जमीन विवाद, गलत दाखिल-खारिज कराने, वृद्धावस्था पेंशन योजना आदि के थे. सिलाव (नालंदा) की बसंती देवी ने कहा कि तीन माह से जमीन मापी के लिए सीओ का चक्कर लगा रही हूं. जमीन विवाद मामले में डीसीएलआर ने उनके पक्ष में फैसला देते हुए सीओ को जमीन मापी का आदेश दिया है. इसके बावजूद जमीन मापी नहीं हुई है. कमिश्नर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सिलाव के सीओ को सोमवार को तलब किया है.
खेत का फसल बेचने का आरोप : राजगीर के हरि यादव ने बताया कि सेंट्रल बैंक से 50 हजार लोन लेने पर खेत गिरवी रखा गया है. बैंक ने लोन वसूली के लिए सीओ से खेत में उपज फसल को बेच कर जमा करने का आग्रह किया है. हरि यादव ने आरोप लगाया कि सीओ थाने से मिल कर उनके खेत की फसल को गांववाले से कटवा कर बेच देते हैं, लेकिन उसकी राशि बैंक में जमा नहीं हो रही है. इससे बैंक का लोन नहीं घट रहा है.
पत्नी ने की रुपये नहीं देने की शिकायत : कमिश्नरी में कार्यरत लक्ष्मण प्रसाद की पत्नी ने अपने पति पर रुपये नहीं देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि शाम में अक्सर उसका पति शराब के नशे में मारपीट करता है. घर में सामान खरीदने के लिए पैसे नहीं देता है. कमिश्नर ने उक्त कर्मचारी से स्पष्टीकरण मांगने संबंधी निर्देश जारी किया. जनता दरबार में कमिश्नर के सचिव अजय कुमार सिन्हा उपस्थित थे.