पुणे: देश के युवाओं को रोजगार से जोडने की दिशा में काम करने का इरादा जाहिर करते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि उनका मंत्रालय जल्द ही एक ऑनलाइन एवं निजी इंटरफेस कार्यक्रम शुरु करेगा जिसमें शिक्षाविदों को भी शामिल किया जाएगा ताकि प्रतिष्ठित संस्थानों और छात्र संस्थानों की समस्या का समाधान किया जा सके.
लवाले स्थित सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट में छात्रों से मुखातिब ईरानी ने कहा, ‘‘मानव संसाधन विकास मंत्रालय के इंटरफेस कार्यक्रम में नौकरशाह या नेता शामिल नहीं होंगे बल्कि शिक्षाविद और कुछ बेहतरीन संस्थान होंगे.’’ ईरानी ने कहा, ‘‘वे :विशेषज्ञ: हमें बता सकते हैं कि हम अपने देश के कुछ प्रतिष्ठित संस्थानों की समस्याएं कैसे सुलझा सकते हैं और हमारी छात्र संस्थाएं किस तरह ज्यादा प्रभावी तरीके से काम कर सकती हैं.’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह ‘‘संभावनाओं के चश्मे से’’ हालात को देख रही हैं.ईरानी ने कहा कि वह भारत को शिक्षा का केंद्र बनाने की कोशिश करेंगी जहां विदेशी छात्रों का स्वागत होगा.