रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा ने आज आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत सोरेन सरकार की अक्षमता के चलते ही राज्य में बिजली का भीषण संकट है. राज्य विद्युत बोर्ड को केंद्र से मिलने वाला डेढ हजार करोड रुपये का अनुदान भी रद्द होने की आशंका है.
अर्जुन मुंडा ने आज यहां जारी एक बयान में आरोप लगाया कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार सभी मोचरें पर विफल रही है और हाल का घोर बिजली संकट सरकार की अदूरदर्शिता एवं अक्षमता का परिणाम है.उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्युत क्षेत्र में छह हजार करोड रुपये के केंद्र सरकार के वित्तीय प्रस्ताव के संबन्ध में कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है. इसके चलते आज हालात यह है कि बिजली बोर्ड के लिए केंद्र सरकार से प्राप्त होने वाले 15 सौ करोड रुपये के अनुदान के रद्द होने की आशंका है.
उन्होंने कहा कि झारखंड में विद्युत वितरण प्रणाली ठीक से कार्यरत नहीं है. इसे दुरुस्त करने के लिए पावर ग्रिड को दिये गये काम को तेजी से पूरा कराने के लिए ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. पावर ग्रिड का पिछले छह माह से भुगतान नहीं किया गया है, जबकि राज्य सरकार की नाकामी के चलते पिछले वित्त वर्ष में राज्य सरकार विभिन्न मदों में 1600 करोड रुपये का उपयोग नहीं कर सकी. इसके चलते वह धन केंद्र को वापस करना पडा है.