पाकिस्तान के कराची हवाई अड्डे पर उड़ाने फिर से शुरु हो गई हैं. रविवार देर रात हवाई अड्डे पर चरमपंथियों ने हमला किया था जिसमें हमलावरों समेत कम से कम 30 लोग मारे गए हैं.
हमलावरों और सुरक्षाबलों के बीच घंटों चली गोलीबारी के बाद जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षाबल सोमवार सुबह फिर से कब्ज़ा करने में कामयाब हुए.
पाकिस्तानी तालिबान ने हमले की ज़िम्मेदारी ली है. संगठन का कहना है कि हमला, पिछले साल उनके नेता की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया था.
एक सरकारी प्रवक्ता का कहना था कि हमले की जांच शुरु हो गई है.
प्रधान मंत्री नवाज़ शरीफ़ के राजनैतिक सचिव, आसिफ़ किरमानी ने सुरक्षाबलों की भी तारीफ़ की.
तस्वीरें: कराची हवाई अड्डे पर हमला
हमला
अधिकारियों के मुताबिक कराची हवाई अड्डे पर रविवार को स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे पांच-पांच की टोलियों में दो हथियारबंद गुटों ने हमला किया.
माना जा रहा है कि हमलावर, जाली पहचानपत्रों की मदद से हवाई अड्डे में दाखिल हुए थे हालांकि कुछ रिपोर्टों के मुताबिक वे कंटीली तार काट कर हवाई अड्डे के पुराने टर्मिनल में घुसे.
हमलावरों ने वहां तैनात सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंके और गोलियां चलाईं. सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्यवाई में सात चरमपंथी मारे गए जबकि तीन अन्य हमलावरों की मौत उनकी बेल्ट में बंधे विस्फ़ोटकों के फटने से हुई.
कहा जा रहा है कि अन्य मृतकों में ज़्यादातर हवाई अड्डे के सुरक्षा स्टाफ़ थे लेकिन साथ ही कुछ एयरलाइनों के कर्मचारी भी मारे गए हैं.
शुरु में मरने वालों की संख्या 28 बताई गई थी लेकिन बाद में टर्मिनल के अंदर दो और शव पाए गए.
सिंध के मुख्य मंत्री क़ायम अली शाह के मुताबिक हमलावर ”प्रशिक्षित” थे और उन्होंने ”बहुत ध्यान से योजना” बनाई थी.
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