नयी दिल्ली : बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली में 400 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादन के लिए आज रात 8 बजे तक गैस उपलब्ध कराएगी. गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘‘दिल्ली सरकार ने एनटीपीसी से आज रात 8 बजे तक या देर रात तक 400 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादन के लिए गैस मुहैया कराने के लिए कहा है.’’
यह गैस बवाना बिजली परियोजना के लिए होगी जिसकी क्षमता 1,500 मेगावाट है लेकिन वह सिर्फ 290 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है. गोयल ने कहा ‘‘बिजली की कोई कमी नहीं है, दिक्कत सिर्फ पारेषण और वितरण की है.’’ उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार हर दिन बिजली की स्थिति पर बुलेटिन जारी करेगी.
दिल्ली में बिजली संकट पर बवाल, ‘आप’ विधायकों का विरोध प्रदर्शन
दिल्ली में लगातार होने वाली लंबी बिजली कटौती के बीच आम आदमी पार्टी के 20 से ज्यादा विधायकों ने आज केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के पूर्वी दिल्ली स्थित आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और शहर में बिजली आपूर्ति सुधार के लिए केंद्र की ओर से जरुरी कदम उठाए जाने की मांग की.
वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली केंद्र के शासन के अधीन है इसलिए जनता को आम सुविधाओं समेत पर्याप्त शासन व्यवस्था उपलब्ध करवाना केंद्र की जिम्मेदारी है. आप विधायकों को वर्धन के आवास पर ले जाने वाले सिसोदिया ने संवाददाताओं को बताया, भाजपा केंद्र में सत्ता में है और वर्धन दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष होने के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री भी हैं.
दिल्ली में बिजली आपूर्ति की समस्या को हल करना केंद्र में सत्तासीन दल की जिम्मेदारी है. इसलिए हम यहां आए हैं. उन्होंने कहा कि 22 आप विधायक वर्धन के आवास पर आए और उन्होंने उनके निजी स्टाफ को एक ज्ञापन पत्र सौंपा. विरोध प्रदर्शन करने वाले आप के पूर्व मंत्रियों में सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती, गिरीश सोनी और सौरव भारद्वाज शामिल थे.
आप के विधायक सुबह लगभग साढे आठ बजे आए. यहां उन्होंने एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया, ज्ञापन सौंपा और फिर कुछ देर बाद चले गए. आप विधायकों के आने से लगभग दस मिनट पहले ही वर्धन अपने आवास से निकले थे.
शहर में आए भयंकर तूफान के कारण बिजली संचरण करने वाली लाइनों के क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से दिल्ली में पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से एक से छह घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है. बिजली कटौती के लिए भाजपा को जिम्मेदार बता रही कांग्रेस और आप का कहना है कि केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती.
वर्धन ने बाद में आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि शहर में बिजली की स्थिति के लिए कांग्रेस और आप को मिलकर जिम्मेदारी लेनी चाहिए. वर्धन ने कहा, कांग्रेस 15 साल तक सत्ता में थी. आप 49 दिन तक सत्ता में थी. इस स्थिति के लिए इन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए न कि भाजपा को. क्योंकि हमारी पार्टी तो दिल्ली में अब तक सत्ता में ही नहीं आई है.
बिजली की स्थिति कल उस समय और बिगड गई, जब बिजली आपूर्ति की वे लाइनें ठप्प पड़ गईं, जिनकी मरम्मत दिल्ली सरकार के प्रतिष्ठान दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड ने की थी. डीटीएल ने 30 मई को आए तूफान में नष्ट हुई सभी संचरण लाइनों की मरम्मत अभी करनी है.कांग्रेस के विधायकों और पूर्व विधायकों ने कल बिजली की स्थिति में सुधार की मांग करते हुए मुख्य सचिव को उनके कमरे में बंद करके डेढ़ घंटे से ज्यादा समय के लिए दिल्ली सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन किया.