लुसाने : फीफा का लक्ष्य इस बार विश्व कप में यह सुनिश्चित करना है कि हर खिलाड़ी का ड्रग टेस्ट हो और उसके पास बायोलाजिकल पासपोर्ट रहे. साइकिलिंग और एथलेटिक्स में इस तरह का पासपोर्ट जरुरी है जिसमें खिलाड़ी के पूरे कैरियर के दौरान खून और मूत्र की जांच का ब्यौरा होता है.
फीफा डाक्टरों और नर्सों की टीम मार्च से टीम के अभ्यास शिविरों में खिलाडियों के रक्त और मूत्र की औचक जांच कर रही है. पिछले सप्ताह अर्जेंटीना और फ्रांस का दौरा किया गया. ब्राजीली स्टार नेमार, इतालवी कप्तान जियांलुइगी बुफोन और स्पेन के आंद्रियास इनिएस्ता ने पिछले साल कांफेडरेशन कप में नमूने दिये थे.
चेलसी, बार्सीलोना, सांतोस और मोंटेरे के सितारों की जांच पिछले 18 महीने में विभिन्न टूर्नामेंटों के दौरान की गई. फीफा के मुख्य मेडिकल अधिकारी जिरि वोराक ने हाल ही में कहा था, हम कभी भी, कहीं भी, किसी की भी और कितनी भी बार जांच कर सकते हैं. फीफा सभी खिलाडियों के बायोलाजिकल पासपोर्ट भी बना रहा है. इसने अधिकांश खिलाडियों के दोनों टेस्ट नमूने ले लिये हैं.