भागलपुर: मेयर के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने पुराने मामले को भी खंगालने की तैयारी शुरू कर दी है. पुलिस सूत्रों की मानें तो मेयर के खिलाफ कुछ ऐसे मामले जो पुलिस रिकार्ड में शिकायत के तौर पर दर्ज कराये गये और पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया हो, इन मामलों की तलाश के लिए कोतवाली व तातारपुर थाना में रखी पुरानी फाइलों में शिकायत के आवेदन खोजे जा रहे हैं.
खुल सकती है ओम बाबा हत्याकांड की फाइल
दिवेश हत्याकांड के बाद अब ओम बाबा हत्याकांड की फाइल भी खुल सकती है. पुलिस सूत्रों के अनुसार मेयर को इस मामले में किस आधार पर क्लीन चिट दी गयी है, इसकी दोबारा जांच करायी जा सकती हैं. पुलिस अधिकारियों में चर्चा है कि जल्द ही आइजी इस प्रकरण में ओम बाबा हत्या कांड की फाइल खोलने का भी निर्देश दे सकते हैं. इसको लेकर केस के आइओ ने सारी तैयारी पहले से कर रखी है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो ओम बाबा की हत्या जमीन विवाद में की गयी थी. इस मामले में पुलिस की प्रथम जांच में मेयर के अलावा उनके सहयोगी बिल्डर पवन डालुका व कन्हैया सरावगी का नाम प्रकाश में आया था. किस आधार पर मेयर को क्लीन चिट दी गयी है, इसको लेकर पुलिस महकमा में काफी चर्चा है.
मेयर के गार्ड ने कहा
मेयर दीपक भुवानिया के सरकारी सुरक्षा गार्ड ने पुलिस अधिकारी को बताया कि मेयर के साथ पटना जरूर गये थे, लेकिन मेयर ने एक होटल में उनलोगों की रहने की व्यवस्था करायी थी. उसके बाद मेयर लौट कर नहीं आये. उनसे बात करनी चाही, तो उनका मोबाइल बंद मिला. फिलहाल मेयर कहां है , इस बारे में उनलोगों को कोई पता नहीं है