रांची: पूरे राज्य में दिनों-दिन बिजली की स्थिति लचर होती जा रही है. स्थिति यह है कि जिन इलाकों में 20 घंटे बिजली मिलती थी, वहां अब 12 से 15 घंटे ही बिजली मिल रही है. एक तरफ भारी गरमी और दूसरी तरफ बिजली न होने से लोग परेशान हैं.
दूसरी ओर बिजली बोर्ड का बंटवारा हो जाने के बाद बिजली व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए बनायी गयी वितरण कंपनी में पिछले छह माह से एमडी नहीं है. राज्य के सभी 24 जिलों में भारी बिजली संकट व्याप्त है. ग्रामीण इलाकों में तो बिजली की आपूर्ति न के बराबर हो रही है. बड़ी संख्या में ट्रांसफारमर जले हुए हैं, पर नये ट्रांसफारमर की आपूर्ति नहीं हो रही है. कारण है कि इस पर बोर्ड में निर्णय लेने वाला कोई नहीं है. बोर्ड के बड़े अधिकारी इन दिनों अपने पद व नये पद की आस में व्यस्त हैं.
क्या स्थिति है
संथाल-परगना के अमूमन सभी इलाकों में बिजली खस्ताहाल है. देवघर व दुमका में 12 से 15 घंटे ही बिजली मिल रही है. जबकि गोड्डा, साहेबगंज में आठ से दस घंटे बिजली मिल रही है. जामताड़ा में स्थिति और खराब है. वहां की सारी बिजली रेलवे को दी जा रही है. जामताड़ा में आठ से दस घंटे ही बिजली मिल रही है. संथाल-परगना में इस समय 55 ट्रांसफारमर जले हुए हैं. नये ट्रांसफारमर की आस में बड़ी आबादी बिजली से महरूम है. बताया गया कि पूरे संथाल को 280 मेगावाट बिजली की जरूरत है, जबकि 180 मेगावाट बिजली ही मिल रही है. डीवीसी इस इलाके में 50 मेगावाट की जगह 30 मेगावाट और एनटीपीसी 230 मेगावाट की जगह 114 मेगावाट बिजली दे रहा है.
कोल्हान प्रमंडल में भी यही स्थिति है. आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में 12 से 16 घंटे बिजली मिल रही है. जमशेदपुर में 18 घंटे बिजली दी जा रही है. चाईबासा में राजनगर ग्रिड की वजह से शेडिंग हो रही है. चाईबासा और सरायकेला में 25 मेगावाट की जगह 18 मेगावाट बिजली दी जा रही है.यहां 15 ट्रांसफारमर जले हुए हैं.
पलामू प्रमंडल के गढ़वा जिले में सबसे अधिक बिजली का संकट है. यहां आठ से दस घंटे ही बिजली मिल रही है. यही स्थिति डालटेनगंज और लातेहार में भी है. इधर दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के रांची को तो किसी प्रकार 18 से 20 घंटे बिजली दी जा रही है. जबकि पड़ोस के जिले खूंटी, लोहरदगा, गुमला व सिमडेगा में आठ से दस घंटे ही बिजली मिल रही है. पलामू प्रमंडल में 125 ट्रांसफारमर जले हुए हैं. उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के हजारीबाग, चतरा, रामगढ़, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो और धनबाद में डीवीसी द्वारा हर दिन चार से पांच घंटे की बिजली कटौती की जा रही है. सुबह में तीन घंटे और शाम में दो से तीन घंटे की कटौती जारी है.