नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे का कल सडक दुर्घटना में निधन हो जाने के कारण सोलहवीं लोकसभा की आज शुरु हुई पहली बैठक उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.
राष्ट्रगान की धुन के साथ पहले दिन की कार्यवाही शुरु करते हुए प्रोटेम स्पीकर (अस्थायी अध्यक्ष) कमलनाथ ने कहा कि आज हम एक पुनीत अवसर पर एकत्र हुए हैं. नई लोकसभा निर्वाचित हुई है. देश और जनता का हमारे उपर व्यापक उत्तरदायित्व है. उन्होंने कहा कि परंपरा के अनुसार नई लोकसभा की पहली बैठक शुरु होने पर कुछ मिनट का मौन रखा जाता है. इस पर सभी सदस्यों ने खडे होकर कुछ क्षणों का मौन रखा.
तत्पश्चात कमलनाथ ने लोकसभा के महासचिव को चुनाव आयोग से प्राप्त नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची सदन पटल पर रखने को कहा. उसके बाद प्रोटेम स्पीकर ने मुंडे के सडक दुर्घटना में असामयिक निधन की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मुंडे पिछले कई दशकों से जनता की सेवा कर रहे थे. उन्होंने उन्हें ‘‘जन नेता’’ बताते हुए कहा कि मुंडे ने पिछले तीन दशक में कमजोर वगो’ और किसानों के हित में कार्य किये.
उन्होंने कहा कि मुंडे एक सक्रिय सांसद थे और पंद्रहवीं लोकसभा के भी सदस्य थे. इससे पहले वह महाराष्ट्र विधानसभा के पांच बार सदस्य रहे और इस दौरान वे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उपमुख्यमंत्री भी बने. सदस्यों ने दिवंगत नेता के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा और उसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.