मुंबई पुलिस की समाजसेवा शाखा ने अंधेरी में मौजूद मकान पर छापा मारकर सेक्स रैकेट का पर्दाफ़ाश किया है.
यह फ्लैट मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त और बागपत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सत्यपाल सिंह का है.
हालाँकि सत्यपाल सिंह ने बीबीसी के साथ बातचीत में कहा कि मीडिया उन्हें बदनाम कर रही है.
उन्होंने बताया, "मैंने लगभग तीन साल पहले अपना फ्लैट इंडिया बुल्स कंपनी को लीज़ पर दिया था. पहले उनका परिवार रहता था अभी मुझे पता चला कि उन्होंने उस फ्लैट को गेस्टहाउस बना दिया था. यह मेरी छवि खराब करने के लिए सोची समझी साजिश की गई है. अगर वहाँ सेक्स रेकैट मिलने की बात सच है तो मैं कंपनी का कांट्रेक्ट खत्म करके उनके खिलाफ़ मुकदमा करूँगा. वैसे कंपनी का कहना है कि वो दबाव में हैं और प्रेस विज्ञप्ति जारी करेंगे."
मुंबई पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी पुलिस उपायुक्त महेश पाटिल ने बीबीसी से बातचीत में कहा, "हमारे समाजसेवा शाखा के अधिकारियों को पाटलिपुत्र हाउसिंग सोसायटी में सेक्स रैकेट चलाए जाने की ख़बर मिली थी. हमने इमारत के दसवें तल पर स्थित फ्लैट में छापा मारकर दो महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ़्तार किया. जिन्हें बाद में वर्सोवा पुलिस के हवाले कर दिया गया. वो आगे की जाँच कर रही है."
‘कंपनी का गेस्ट हाउस’
पाटिल ने बताया, सत्यपाल सिंह ने यह फ्लैट एक निजी कंपनी को किराए पर दिया था जिसे कंपनी गेस्ट हाउस के तौर पर इस्तेमाल कर रही थी.
ख़बर मिलने के बाद पुलिस की समाज सेवा शाखा के अधिकारियों ने ग्राहक बनकर जाल बिछाया. बाद में फ्लैट पर छापा मारकर दो महिलाओं को गिरफ़्तार किया गया.
वर्सोवा पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक हरिश्चंद्र परमाले ने बताया, "इस मामले के अभियुक्त वकील शाह को अदालत पेश किया गया और अदालत ने उसे कल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया."
शाह के खिलाफ़ प्रिवेंशन ऑफ़ इमॉरल ट्रैफिकिंग एक्ट की धारा तीन, चार और पाँच के तहत मामला दर्ज़ किया गया है.
परमाले के अनुसार इस मामले में कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी.
वर्सोवा पुलिस अभी मामले की छानबीन कर रही है.
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