द हेग (नीदरलैंड) : भारत को फिर से अंतिम क्षणों की ढिलायी के कारण पुरुष विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट में इंग्लैंड के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा जो उसकी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में लगातार दूसरी हार है. इंग्लैंड के लिये मार्क ग्लैगहोर्न ने 27वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोल किया लेकिन इसके तीन मिनट बाद ही धर्मवीर सिंह से मैदानी गोल करके भारत को बराबरी दिला दी.
जब लग रहा था कि भारत अंक बांटने में सफल रहेगा तब उसने अंतिम हूटर बजने से एक मिनट पहले गोल गंवा दिया. इंग्लैंड की तरफ से यह महत्वपूर्ण गोल साइमन मेंटर ने 69वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर दागा. भारत ने इंग्लैंड को बराबरी की टक्कर दी. उसका एक पेनल्टी स्ट्रोक रद्द भी किया गया जिससे इंग्लैंड की जीत का मार्ग खुला.
इंग्लैंड को 69वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन एशले जैकसन के शॉट को गोलकीपर पी आर श्रीजेश ने रोक दिया. ऐसे में मेंटेल ने रिबाउंड पर गोल करके अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की. भारत अपना पहला मैच बेल्जियम से 2-3 से हार गया था और तब भी उसने अंतिम हूटर बजने से कुछ सेकेंड पहले गोल गंवाया था.
ऑस्ट्रेलिया अब ग्रुप में छह अंक लेकर शीर्ष पर है. उसने मलेशिया और स्पेन को हराया है. पहले मैच में स्पेन को 1-1 से बराबरी पर रोकने वाले इंग्लैंड के अब दो मैचों में चार अंक हो गये हैं. भारत ने शुरु से ही इंग्लैंड को कडी टक्कर दी और 11वें मिनट में पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया. इंग्लैंड के डिफेंडर ने तब सर्किल के अंदर गेंद रोकी थी लेकिन अंपायर ने यह फाउल नहीं देखा. भारत ने रेफरल का सहारा लिया जिसके बाद फाउल की पुष्टि हुई.
इसके बाद भारत को पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाया. भारत ने 20वें मिनट में फिर से दबाव बनाया लेकिन धर्मवीर के क्रास पर आकाशदीप सिंह गोल नहीं कर पाये. दूसरी तरफ भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने डैन फोक्स के शॉट को रोका. भारत इसके बाद 23वें मिनट में गोल करने के करीब पहुंचा. इस बार भी धर्मवीर के क्रास पर मनदीप सिंह का शॉट क्रास बार के उपर से निकल गया.
युवराज वाल्मिकी ने 25 गज की लाइन पर बेमतलब की बाधा खड़ी की जिसके कारण इंग्लैंड को पहला पेनल्टी कार्नर मिला और ग्लैगहोर्न ने उसे गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की. भारत ने कप्तान सरदार सिंह के मूव से बराबरी का गोल दागा. सरदार ने धर्मवीर को गेंद थमायी लेकिन उसे जाली में उलझाया.
भारत को सर्किल में ढिलायी के कारण पेनल्टी कार्नर गंवाने पडे लेकिन वह फिर अच्छी स्थिति में आ गया था. वाल्मिकी के पास 41वें मिनट में भारत को बढ़त दिलाने का मौका था लेकिन पीछे से उन्हें बाधा पहुंचायी गयी और अंपायर ने पेनल्टी स्ट्रोक दे दिया.
इंग्लैंड ने पेनल्टी स्ट्रोक के खिलाफ अपील की. उसका कहना था कि डिफेंडर गेंद के लिये गया था और उसने स्ट्राइकर की स्टिक को ब्लॉक नहीं किया. इसके बाद पेनल्टी स्ट्रोक रद्द कर दिया. भारत ने फिर 51वें मिनट में हमला किया. वाल्मिकी ने एस वी सुनील को क्रास दिया लेकिन उनका शॉट बाहर चला गया. इसके बाद 63वें मिनट में सरदार और धर्मवीर के मूव पर आखिर में मनदीप सिंह ने शाट जमाया लेकिन इंग्लैंड के गोलकीपर ने उसे रोक दिया.
इंग्लैंड ने आखिरी क्षणों में आक्रमण किया और भारत ने ऐसे में पेनल्टी कार्नर गंवा दिया जिस पर निर्णायक गोल हुआ. इस बीच मिडफील्डर एस के उथप्पा ने अपना 50वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेला. भारत के लिये भले ही यह भी निराशाजनक मैच साबित हुआ. उसका अगला मुकाबला गुरुवार को स्पेन से होगा.