कोलकाता: लोकसभा चुनाव के कारण राज्य में लटकी योजनाओं पर काम फिर से शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी मंत्रियों को विभागीय सचिवों के साथ मिल कर सामंजस्य स्थापित करके कार्य करने की सलाह दी है.
बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के सभी मंत्रियों व विभागीय सचिवों के साथ बैठक के दौरान उन्हें आपसी ‘कम्यूनिकेशन गैप’ को दूर करने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपसी तालमेल की कमी की वजह से योजनाओं के कार्य में बाधा पहुंच रही है. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ विभागों के कार्यो से काफी संतुष्ट दिखीं, जबकि कई विभाग के कार्यो के प्रति मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी के पास दोनों मंत्रलय पंचायत व पीएचइ के कार्यो से मुख्यमंत्री काफी खुश दिखीं. इन दो विभागों के साथ-साथ वह सिंचाई, बिजली, शहरी विकास विभाग के मंत्री व कार्यो की भी सराहना की. वहीं, राज्य के सात विभागों के कार्यो से वह काफी नाराज हैं. इन विभागों में पर्यावरण, कानून, विज्ञान व प्रौद्योगिकी और पुनर्वास विभाग शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने इन विभागों के मंत्रियों को सही तरह से कार्य करने का निर्देश दिया है.
प्रशासनिक कैलेंडर के अनुसार समीक्षा
बुधवार को बैठक के बाद संवाददाताओं से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जनवरी महीने में एडमिनिस्ट्रिेटिव कैलेंडर को लांच किया गया था और उस कैलेंडर के अनुसार सभी योजनाओं पर हुए कार्यो की समीक्षा की गयी. आगामी दो जून को उत्तर बंगाल में बने मिनी राज्य सचिवालय में वहां के तीन जिले कूचबिहार, जलपाईगुड़ी व दाजिर्लिंग के प्रशासनिक अधिकारियों व क्षेत्र के मंत्रियों के साथ बैठक करेंगी. हालांकि मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहीं योजनाओं के कार्य पर संतोष जताया.