भोपाल: नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता और पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर पूर्वी मुंबई से आम आदमी पार्टी से चुनाव लडने वाली मेधा पाटकर ने आज यहां स्वीकार किया कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का अदालत में बांड नहीं भरने का फैसला सही नहीं था और उनकी ज्यादा जरुरत बाहर रहने की थी.मेधा पाटकर ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि पार्टी को अरविंद केजरीवाल के बाहर रहने की ज्यादा जरुरत थी और उनका बांड नहीं भरने का फैसला सही नहीं था.
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि यदि दिल्ली में आप की सरकार होती तो स्थिति कुछ दूसरी होती. एक प्रश्न के उत्तर में मेधा पाटकर ने यह कहकर केजरीवाल का बचाव भी किया कि बांड की शर्तों के संबंध में केजरीवाल द्वारा जो सवाल उठाये गये थे वे भी काफी महत्वपूर्ण हैं.
उन्होंने कहा कि पूर्व में भी अदालत में आश्वासन देकर काम चलाया जा चुका था, इसलिये केजरीवाल ने बांड भरने से इंकार किया था. उन्होंने कहा कि जहां तक दिल्ली में सरकार छोडने का फैसले का सवाल है तो उस बारे में हम लोगों को ठीक से समझा नहीं पाये. उन्होंने कहा कि यह एक त्याग का मसला था, सत्ता छोडकर भागने का नहीं था.