कोलकाता: लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में राजनीतिक सरगरमी बढ़ गयी है. भाजपा की बढ़ती ताकत को देखते हुए राज्य सरकार अभी से ही सभी विभागों में बड़े फेरबदल करने लगी है. लोकसभा चुनाव में जिन मंत्रियों व नेताओं के क्षेत्र में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को कम वोट मिले थे, उन मंत्री व नेताओं के खिलाफ मुख्यमंत्री ने कार्रवाई शुरू कर दी है. राज्य के पूर्व कृषि मंत्री मलय घटक को पहले ही अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. अब मुख्यमंत्री ने मालदा व मुर्शिदाबाद जिले में जहां पार्टी को कम वोट मिले हैं, वहां के मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की है.
मालदा जिले की सावित्री मित्र व मुर्शिदाबाद जिले के सुब्रत साहा का मंत्री पद छीन लिया गया है. मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने व्यापक स्तर पर फेरबदल की है. तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पार्थ चटर्जी के फिर पर कतर दिये गये हैं.
उनके स्थान पर मुख्यमंत्री का वित्त मंत्री अमित मित्र पर विश्वास बढ़ा है. अमित मित्र को वित्त, उद्योग व वाणिज्य मंत्रलय के साथ ही अब आइटी मंत्रलय का पदभार भी सौंपा गया है. वहीं, पार्थ चटर्जी से आइटी मंत्री का दायित्व छीन कर अब शिक्षा मंत्रलय सौंपा गया है. गौरतलब है कि राज्य मंत्रिमंडल ममता बनर्जी सरकार में एक बड़े फेरबदल में दो मंत्रियों को मंगवार को उनके पद से वंचित कर दिया गया, जबकि एक अन्य को महत्वपूर्ण पर्यटन विभाग से स्थानांतरित कर दिया गया. शिक्षा विभाग देखनेवाले व्रात्य बसु अब महत्वपूर्ण पर्यटन विभाग देखेंगे. मालदा जिले से कृष्णोंदु नारायण चौधरी, जिनके पास पर्यटन विभाग था, उन्हें अब खाद्य प्रसंस्करण व बागवानी (होर्टिकल्चर) विभाग सौंपा गया है. मालदा जिले से ताल्लुक रखनेवालीं और समाज कल्याण विभाग देखनेवालीं मंत्री सावित्री मित्र को विभाग से वंचित कर दिया गया है. महिला व बाल विकास मंत्री शशि पांजा को समाज कल्याण विभाग अतिरिक्त प्रभार के रूप में दिया गया है.
लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मालदा दक्षिण और मालदा उत्तर से हार गये थे. माना जाता है कि चौधरी और मित्र दोनों को जिले में पार्टी के खराब प्रदर्शन की वजह से तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की ओर से दंड दिया गया है. संसदीय कार्य और सूचना प्रौद्योगिकी मामले देखनेवाले पार्थ चटर्जी अब व्रात्य बसु की जगह नये शिक्षा मंत्री होंगे. संसदीय कार्य मंत्रलय का प्रभार भी उन्हीं के पास रहेगा. वित्त मंत्री अमित मित्र, जिनके पास उद्योग विभाग भी था, उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी का अतिरिक्त प्रभार मिलेगा. मुर्शिदाबाद के सुब्रत साहा से उनका मंत्री पद छीन लिया गया है. उनके पास खाद्य प्रसंस्करण व बागवानी विभाग था. मुर्शिदाबाद में भी पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी थी, जिसका खामियाजा उन्हें मंत्री पद गंवा कर चुकाना पड़ा है.