19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कब बदलेगी यह मानसिकता!

जमशेदपुर कोर्ट परिसर मे गैंगवार हो जाना एक चिंताजनक घटना है. एक गुट हथियार के साथ दाखिल हो जाता है और दूसरा गुट जवाबी हमला करते हुए पुलिस की उपिस्थति में उन्हें मरणासन्न कर देता है. संभव है कि पुलिस की भी मिलीभगत हो, लेकिन यह जांच का विषय है. घटना के बाद मीडिया के […]

जमशेदपुर कोर्ट परिसर मे गैंगवार हो जाना एक चिंताजनक घटना है. एक गुट हथियार के साथ दाखिल हो जाता है और दूसरा गुट जवाबी हमला करते हुए पुलिस की उपिस्थति में उन्हें मरणासन्न कर देता है. संभव है कि पुलिस की भी मिलीभगत हो, लेकिन यह जांच का विषय है. घटना के बाद मीडिया के समक्ष वकीलों ने सुरक्षा व्यवस्था की खामियां गिनायीं.

हर किसी ने सुरक्षा उपकरणों के खराब होने, जांच-पड़ताल ना होने और कम सिपाहियों के बारे में बताया और प्रशासन को जम कर कोसा. उनसे पूछा जाना चाहिए कि क्या उन्हें ये सारी बातें अब जाकर मालूम हुईं. अगर पहले से जानकारी थी तो इसके लिए उन्होंने क्या कदम उठाये. कितने आवेदन और ज्ञापन दिये गये? दरअसल ‘चलता है तो चलने दो’ की प्रवृत्ति और दुर्घटना के बाद गाल बजाना अफसोसनाक है. यह मानसिकता बदलनी होगी.

राजन सिंह, ई-मेल से

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें