नयी दिल्ली : उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार में विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ने से इस वित्त वर्ष में विदेशी निवेश प्रवाह दोगुने से अधिक होकर 60 अरब डालर पहुंचने की संभावना है.
एसोचैम के एक अध्ययन के मुताबिक, नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई सुधार कार्यक्रमों की घोषणा किए जाने की उम्मीद है. अध्ययन के अनुसार, आगामी मोदी सरकार से भारी उम्मीद के बल पर वैश्विक निवेशक भारतीय अर्थव्यवस्था पर बडा दाव लगा रहे हैं जिससे विदेशी निवेश प्रवाह में 100 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है और चालू वित्त वर्ष में यह 60 अरब डालर से अधिक पहुंचने की संभावना है जो 2013-14 में 29 अरब डालर था.
एसोचैम ने कहा कि वर्ष 2014-15 में शेयरों व रिण बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआइआइ) की अगुवाई में शुद्ध विदेशी निवेश प्रवाह 2012-13 के 46.17 अरब डालर के आंकडे को भी पार कर जाने की संभावना है. विदेशी निवेश प्रवाह के लिहाज से 2012-13 सबसे अच्छे वर्षों में से एक रहा.
एसोचैम के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा, मौजूदा परिदृश्य से महंगाई में नरमी और ब्याज दरें घटने का भी संकेत मिलता है.. भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष ये दो बड़ी चुनौतियां हैं जिनका सामना कुछ वर्षों से देश को करना पड़ रहा है.
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