बेतिया/गौनाहाः वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मंगुराहा वन क्षेत्र में कक्ष 2 के समीप एक चार माह के शावक का क्षत विक्षत शव शुक्रवार की दोपहर मिला. बताया जाता है कि शावक का शव उस वक्त मिला जब वन अधिकारी वन क्षेत्र में गश्ती कर रहे थे. फौरन इसकी सूचना परियोजना के वरीय अधिकारियों को दी गयी. शावक का आधा धड़ नहीं था. अधिकारियों ने शावक के शव को मंगुराहा रेस्ट हाउस में लाकर पोस्टमार्टम किया.
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के निदेशक संतोष कुमार तिवारी ने बताया कि बाघ के हमले से शावक की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि बाघिन के साथ तीन शावक जंगल में भ्रमण कर रहे थे. इसी दौरान बाघिन ने एक शिकार किया जिसकी भनक नर बाघ को लग गयी. वह फौरन उस स्थल पर पहुंच गया. बाघ के आने पर बाघिन दो बच्चों को लेकर सुरक्षित जगह चली गयी, लेकिन एक बच्चा वहीं छूट गया. उस पर बाघ ने हमला कर उसको मार डाला.