पौआखाली , किशनगंजः एक तरफ राज्य सरकार सड़कों को विकास का पैमाना मानती है. वहीं दूसरी ओर गलत नीतियों एवं विभागीय पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण जिले में कई अत्यंत महत्वपूर्ण सड़कें है अधिक भार वाले वाहनों के परिचालन के कारण बिखर कर गड्ढे में तब्दील हो गयी है. ऐसी ही स्थिति डेरामारी पौआखाली पथ की है.
एक साल से ओवर लोडेड वाहनों के परिचालन से यह सड़क पौआखाली एलआरपी चौक से डेरामारी तक लगभग 25 किमी जगह जगह गड्ढे में तब्दील चुकी है. स्थिति यह है कि रोजाना ही इस सड़क पर ट्रकों के फंसने से घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है. छोटे वाहनों का चलना सड़क पर दूभर हो गया है. पौआखाली बाजार में बना गड्ढा हो या फिर नयागंज, लोलिहा, धुरना, काशीबाड़ी सभी जगह सड़क जजर्र हो गयी है. गौरतलब है कि जिला मुख्यालय जाने के लिए यह सड़क सबसे कम दूरी वाली और बेहतर मानी जाती है.
मरीजों के लिए भी यह सड़क वरदान साबित हुई थी. लेकिन विभाग की उदासीनता, एमवीआइ व जिला परिवहन विभाग की लापरवाही ने इस सड़क को इस हाल में पहुंचा दिया है. आम लोगों की माने तो पुलिस प्रशासन भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए बैठी है. कोई भी पदाधिकारी ओवर लोडेड ट्रक चालकों पर कार्रवाई नहीं करते हैं. वहीं इस संबंध में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि सड़क की मरम्मती के लिए प्राक्कलन तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है. उन्होंने चीफ इंजीनियर से बात कर कार्यवाही की बात कही है.