नयी दिल्लीः दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, चेन्नई और पूर्वी एवं उत्तरी भारत के कई हिस्सों में बुधवार रात 6.0 तीव्रता के हल्के भूकंप का झटका आया. बहरहाल, भूकंप से तत्काल किसी तरह की जानमाल की क्षति की कोई खबर नहीं है.भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक एलएस राठौड ने कहा कि भूकंप रात 9 बजकर 52 मिनट पर पारादीप से पूर्व दिशा में 60 किलोमीटर की दूरी पर 10 किलोमीटर गहराई पर आया.
विभाग ने देर रात दिल्ली में बयान जारी करते हुए बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.0 मापी गयी और इसका केंद्र बंगाल की खाडी में 10 किलोमीटर की गहराई में था. ओडिशा और तमिलनाडु के कुछ इलाकों के लोग भूकंप के बाद घरों से बाहर निकल गए और भुवनेश्वर में कुछ इमारतों में दरारें आ गयीं। भुवनेश्वर में बहुमंजिली इमारतों से बाहर निकलने की जल्दी में एक दर्जन लोग घायल हो गए.
राजधानी भुवनेश्वर समेत ओडिशा के कई इलाकों में कुछ सेकेंड तक भूकंप का झटका महसूस किया गया लेकिन इतना लोगों को डराने के लिए काफी था और डरे लोग तत्काल इमारतों से बाहर निकल आए.
भुवनेश्वर के ओल्ड टाउन के पुनामा गेट इलाके के लोगों ने कहा कि भूकंप से कुछ इमारतों की दीवारों में दरारें आ गयीं और रसोई के बर्तन अलमारियों से नीचे गिर गए. कटक से मिली एक खबर के अनुसार भूकंप के बाद शहर के कुछ इलाकों में करीब 15 मिनट के लिए बिजली गुल हो गयी. ओडिशा के केंद्रपाडा जिले के कई इलाकों में डर का माहौल बन गया जहां भूकंप का झटका 10 सेकेंड तक महसूस किया.
ओडिशा के संयुक्त विशेष राहत आयुक्त प्रभात महापात्र ने कहा, ‘‘राज्य के किसी भी हिस्से से अब तक किसी तरह की जानमाल की क्षति की खबर नहीं है. घबराने की कोई बात नहीं है.’’ भूकंप की वजह से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम शहर के लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. राज्य के पूर्वी गोदावरी जिले के कोटानंदुरु, तुनी, पुष्कर घाट, हुमुपेटा समेत अन्य इलाकों में भूकंप का झटका महसूस किया गया और अपार्टमेंट में रह रहे लोग डरकर बाहर सडकों पर निकल आए.
पूर्वी गोदावरी जिले के संयुक्त जिलाधिकारी एम राजू ने प्रेट्र से कहा, ‘‘हमने किसी तरह की जान माल की क्षति को रोकने के लिए ऐहतियाती उपाय करते हुए राजस्व अधिकारियों समेत जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया.’’ वहीं चेन्नई से मिली एक खबर के अनुसार नुंगामबक्कम, पोरुर और त्रिप्लीकाने के हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए.
पूर्वी गोदावरी और विशाखापत्तनम के अलावा आंध्र प्रदेश के कई तटीय जिलों में भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया लेकिन किसी तरह की जानमाल की क्षति की खबर नहीं है. इनमें श्रीकाकुलम, विजयनगरम जैसे तटीय जिले शामिल हैं.
ओडिशा के पारादीप और जगसिंहपुर जिलों में भी भूकंप का झटका महसूस किया गया और दोनों जिलों के तटीय इलाकों के पास रहने वाले लोग सुनामी की आशंका को लेकर डर गए.
कोलकाता और इससे लगे दक्षिण बंगाल के जिलों में भी भूकंप का झटका महसूस किया गया.बिहार के मौसम विभाग के निदेशक ए सेन ने कहा कि पटना, गया, बक्सर और राज्य के कुछ दूसरे हिस्सों में भूकंप महसूस किया गया लेकिन किसी तरह की क्षति की खबर नहीं है.खबरों के अनुसार ओडिशा के बालेश्वर, क्योंझर, कटक, ढेनकनाल, कंधमाल, नवरंगपुर, राउरकेला, पुरी, भद्रक और जाजपुर जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. शिलांग में स्थित क्षेत्रीय भूकंप केंद्र के अधिकारियों ने कहा कि भूकंप हल्का था और इससे सुनामी उत्पन्न होने की आशंका नहीं है. छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर समेत कई दूसरे शहरों में भूकंप का झटका महसूस किया गया.
छत्तीसगढ के बिलासपुर शहर स्थित मौसम कार्यालय के मौसम विज्ञानी उमेश कुमार ने बताया कि राज्य के रायपुर, बिलासपुर, जशपुर, बलरामपुर, सूरजपुर समेत अन्य शहरों में रात लगभग 10 बजे भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया.कुमार ने बताया कि इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने या संपत्ति को नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है.पूर्वी भारत के कई हिस्सों के साथ आज झारखंड की राजधानी रांची, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग एवं कई दूसरे इलाकों में भी रात नौ बजकर 55 मिनट से दस बजे के बीच भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये जिससे डर कर कई इलाकों में बडी संख्या में लोग अनहोनी की आशंका में घरों से बाहर सडक पर आ गये.राजधानी रांची में रात दस बजे के करीब जब भूकंप के झटके आये और लोगों के घरों में कुर्सियां और टीवी व कंप्यूटर अपनी जगह पर हिलने लगे तो कुछ पल में ही लोग भांप गये कि यह भूकंप का असर है. झारखंड के जमशेदपुर, हजारीबाग, धनबाद, बोकारो एवं अनेक अन्य इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस होने की खबर है.
भूकंप से कांपी रांची, लोग सड़क पर
दहशत में लोग : रांची में भूकंप के झटके महसूस होते ही रात को लोग घरों से निकल गये. देर रात तक लोग सड़कों व खाली जगहों पर ही बैठे रहे. कई इलाकों में तो लोग डर से सारी रात घर से बाहर ही रहने की बात करते मिले.कोकर, थड़पखना, हरमू, लालपुर, कांटाटोली, बरियातू, अपर बाजार, रातू रोड, हिनू और धुर्वा सहित रांची के लगभग सभी इलाकों में लोग रात को सड़कों पर थे. हरमू हाउसिंग कॉलोनी, सेक्टर टू व थ्री, कोकर, अपर बाजार सहित कई इलाकों में घरों और पुरानी इमारातों में दरारें पड़ने की खबरें हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप के झटके कुछ और सेकेंड तक रह जाते, तो रांची के कई इलाकों में बड़ा नुकसान हो सकता था.