नयी दिल्ली: राजग के सहयोगी दल शिवसेना ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को पाकिस्तान के प्रति ‘जैसे को तैसा’ वाला आक्रामक रवैया अख्तियार करना चाहिए और उसे भारत के लिए समस्या खडी करने पर सबक सिखाना चाहिए.
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पाकिस्तान के लिए जैसे को तैसा वाली नीति होनी चाहिए. अगर वह हमारे साथ सही रहेगा तो हम उसके साथ सही रहें. अगर वह समस्या खडी करता है तो हमें उसे सबक सिखाना चाहिए.’’ जब उनसे पूछा गया कि क्या शिवसेना ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने और सांस्कृतिक संबंधों पर अपने विरोधी रख में बदलाव किया है तो उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान के साथ खेलना बंद करना चाहिए. वह सीमापार से घुसपैठ को बढावा दे रहा है.
सरकार में शिवसेना की भागीदारी के सवाल पर ठाकरे ने कहा कि ऐसा होगा लेकिन अभी तक उनकी पार्टी और भाजपा के बीच इस संबंध में कोई बात नहीं हुई है. क्या शिवसेना लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-राकांपा की हार के मद्देनजर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के इस्तीफे की मांग करेगी, इस प्रश्न के उत्तर में ठाकरे ने कहा कि अगर वह इस्तीफा दे देंगे तो उनकी जगह कौन लेगा क्योंकि चव्हाण खुद दिल्ली से बुलाये गये थे.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद छोडने की पेशकश की लेकिन छोडा नहीं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह राजग के संयोजक बनने में रचि नहीं रखते. उनकी प्राथमिकता राज्य में विधानसभा चुनाव हैं जो अक्तूबर में होने हैं.
उन्होंने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण के बाद राज्य से शिवसेना-भाजपा और अन्य सहयोगी दलों के 42 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली आएगा और राज्य में ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को तत्काल राहत देने की मांग करेगा.