अनियमित बिजली से तंग लोग सड़क पर उतरे
अमड़ापाड़ा : प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बीते दस दिनों से बिजली आपूर्ति अनियमित रहने की वजह से आक्रोशित उपभोक्ताओं ने सोमवार को सड़क जाम एवं अमड़ापाड़ा बाजार बंद कराया. सैकड़ों की संख्या में प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों के विद्युत उपभोक्ता सड़कों पर उतरे और सड़क जाम किया. उपभोक्ताओं द्वारा नियमित विद्युत आपूर्ति किये जाने की मांग को लेकर डाकघर, बैंक एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी बंद कराया.
उपभोक्ताओं द्वारा आयोजित सड़क जाम की वजह से पैनम कोल परियोजना के कोयले की ढुलाई लिंकरोड पर सुबह पांच बजे से अपराह्न् तीन बजे तक बाधित रही. बैक एवं डाक घर बंद रहने के कारण खाताधारियों को भी को भी पैसे की जमा व निकासी करने में परेशानी उठानी पड़ी. उपभोक्ताओं द्वारा टोलियों में बंटकर सड़क जाम एवं अमड़ापाड़ा बंद को सफल बनाया गया.
प्रखंड मुख्यालय के अलावे बासमती, हरिशपुर, पाडेरकोला, कुसचीरा आदि दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने सड़क जाम एवं बाजार बंद को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभायी. अपराह्न् के लगभग एक बजे सहायक अभियंता विद्युत सत्य नारायण पातर, कनीय अभियंता केके महतो एवं फ्रेंचाइजी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सीबी सिन्हा पहुंचे और आक्रोशित उपभोक्ताओं के साथ वार्ता की. लगभग एक घंटे तक विद्युत विभाग के अभियंता सहित प्रोजेक्ट मैनेजर को आक्रोशित उपभोक्ताओं ने धूप में खड़ा रखा. मामले की सूचना मिलते ही बीडीओ अनिल कुमार यादव, एएसआइ नारायण गुप्ता सदलबल पहुंचे. फ्रेंचाइजी कार्यालय के प्रोजेक्ट मैनेजर श्री सिन्हा ने स्वेच्छा से अपने दायित्वों को छोड़ने का आश्वासन भी दिया.
सहायक अभियंता श्री पातर ने 15 दिनों के अंदर पाकुड़ ग्रीड से अमड़ापाड़ा को विद्युत सुविधा मुहैया कराने की बात कही. अधिकारियों द्वारा दिये गये आश्वासन के उपरांत अपराह्न् तीन बजे चक्का जाम एवं बाजार बंद वापस लिया गया. आयोजित उक्त आंदोलन को सफल बनाने में नरेश कांत साह, श्रीराम भगत, संजय भगत, सज्जाद अंसारी, ताहिर अंसारी, मनीष कुमार, जावेद अंसारी, अभिषेक भगत आदि सक्रिय दिखे.