पटना: हरे रंग का कुरता, सफेद पायजामा व कंधे पर भगवा रंग का दुपट्टा लिये भाजपा के रामकृपाल यादव पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से मिली जीत का अभिवादन स्वीकार करने में व्यस्त दिखे . पुराने अंदाज में बैठकी कर आवास पर आनेवाले लोग से बड़े हुए तो आशीर्वाद लिया व छोटे से गले मिलते रहे.
हर आनेवाले को मुंह मीठा किये बगैर नहीं जाने का आग्रह करने से भी नहीं चूक रहे थे. लोगों की भीड़ के बीच फुरसत का क्षण निकाल कर जब बातचीत का आग्रह किया गया तो वे तुरंत तैयार हो गये. उन्हें लगा कि शायद कोई काम है. जब उनसे कहा गया कि चुनाव के नतीजे को लेकर बातचीत करनी है, तो अपनी बात कहना शुरू कर दिये. सबसे पहले उन्होंने कहा कि एक सेवक के रूप में पहले भी वे काम करते रहे हैं. आगे भी काम करते रहेंगे. सदैव एक कार्यकर्ता बन कर रहेंगे. जीत का सेहरा वे क्षेत्र की जनता को देना नहीं भूले. सभी समाज के लोगों का उन्हें समर्थन मिला. उनके मुताबिक जनता के लिए जो उन्होंने काम किया, उसका फल मिला. लड़ाई मीसा भारती से नहीं खुद लालू प्रसाद से लड़ रहे थे.
लालू प्रसाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे पहले तो अपने स्वार्थ के लिए राजनीति का इस्तेमाल करते रहे. अब परिवार के लिए उतर गये. आखिर कार्यकर्ता कहां जाएं. राजद से लोगों का मोहभंग हो रहा है. पार्टी अब समाप्त होने की कगार पर है. उनका कुनबा ध्वस्त हो जायेगा. लोगों को अधिक दिन तक बरगलाया नहीं जा सकता है. भाजपा पर सभी वर्ग के लोगों का विश्वास जगा है.सामाजिक न्याय के साथ आर्थिक विकास होगा. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में बदलाव होगा.
प्राथमिकताएं
जीत के बाद क्षेत्र की प्राथमिकता पर उन्होंने बताया कि बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान होगा. दियारा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं पर विशेष नजर रहेगी. केंद्र सरकार की योजनाओं का जनता के लिए काम होगा. समस्याओं को कम करने के लिए निरंतर प्रयास करेंगे. अगर उन्हें कोई जिम्मेवारी मिलती है, तो उसका निर्वहन करने का प्रयास होगा.